रात भर रखी बिजली सप्लाई बंद
रायसेन। जिला मुख्यालय से करीब 130 किलोमीटर दूर देवरी थाना अंतर्गत थाला दिघवन के बिजली सब स्टेशन से 19 गांव के किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही थी। जिससे उनकी मूंग की फसल बर्बाद हो रही है । इससे नाराज होकर करीब दो – तीन सौ किसानों ने प्रदर्शन करते हुए सब स्टेशन का घेराव किया और रात में ही तालाबंदी करते हुए पूरी तरह से बिजली व्यवस्था बंद कर दी।
किसानों के आंदोलन से रात 8 बजे से आज रविवार की सुबह 10 बजे तक बिजली सप्लाई बंद रही । पुलिस अभिरक्षा में पहुंचे बिजली अधिकारियों ने आज सुबह 11 बजे बिजली सप्लाई चालू की ।
रात में ही किसानों के प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक एवं बिजली अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे और समझाइस के बाद आक्रोशित किसानों को बिजली व्यवस्था सुधारने का आश्वासन देते हुए मामला शांत कराकर आंदोलन को खत्म कराया था , लेकिन किसानों के आक्रोश के चलते रात में फिर से बिजली सप्लाई चालू नहीं हो सकी थी ।
विद्युत वितरण कंपनी के सहायक प्रबंधक आरबी शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में किसानों को किसी कारणवश बिजली नहीं मिल पा रही है। मात्र 6 घंटे बिजली की सप्लाई होने से किसानों द्वारा बीती शनिवार की रात दो घण्टे तक हंगामा करते हुए नारेबाजी की गई एवं जबरदस्ती सब- स्टेशन में ताला डालकर पूरे क्षेत्र की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई जो रात भर बंद रही।
आज सुबह वहां पहुंचकर हम लोगों ने फिर से बिजली की सप्लाई शुरू करवाई है ।
थाला गांव के आंदोलनकारी किसानों में अशोक लोधी , घनश्याम पवैया , गोपाल पवैया , शिशुपाल पवैया , चंदन सिंह , धनराज सिंह चिडोरिया ने बताया कि बिजली के अधिकारियों को बार-बार आवेदन दिए जाने के बाद भी उन्हें मात्र 5 से 6 घंटे बिजली मिल पा रही है । जिसके कारण उनके कृषि कार्य प्रभावित हो रहे हैं । मूंग की फसल के लिए सिंचाई करना मुश्किल हो रहा है । दो साल पहले ट्रांसफार्मर लगाए गए थे किसी कारणवश उन्हें निकालकर कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मर लगा दिए गए हैं । जिससे वो आए दिन जलकर खराब हो रहे हैं। जिसका असर हमारी खेती पर पड़ रहा है। बिजली नहीं रहने से हम लोग मूंग की फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं । जिसके कारण हमारी फसल खराब हो रही है और हमें भारी आर्थिक हानि होने की संभावना है ।
इस कारण आसपास के एक दर्जन से अधिक गांव के किसान शनिवार की शाम को एकत्रित हुए थे। जिन्होंने प्रदर्शन के साथ बिजली विभाग के सब स्टेशन पर तालाबंदी कर दी थी लेकिन अधिकारियों की समझाईश के बाद हम लोगों ने आंदोलन स्थगित कर दिया है ।
यदि 24 घंटे में बिजली सप्लाई सुचारू ढंग से जारी कर पर्याप्त बिजली नहीं दी गई तो फिर से तीव्र आंदोलन किया जाएगा ।
विद्युत वितरण कंपनी में पदस्थ क्षेत्र के जूनियर इंजीनियर गणेश नगझिरे का कहना है कि थाला दिघावन फीडर से जुड़े गांवों में मूंग की फसल ज्यादा क्षेत्र में लगाई गई है। जिससे बिजली का लोड कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है । व्यवस्था बनाने के लिए 6 – 6 घंटे बिजली की सप्लाई की जा रही है । इससे ज्यादा बिजली सप्लाई करना उक्त क्षेत्र में संभव नहीं है।
कृषि के साथ ही 19 गांव के घरेलू कनेक्शन पर भी बिजली देना पड़ रही है ।