भाई दूज पर जेल में बंद बंदियों से मिलने पहुंची उनकी बहनें, जेल प्रशासन ने किए थे आवश्यक इंतजाम

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शिवपुरी की सर्किल जेल में बंदियों से मिली उनकी बहनें

शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। शिवपुरी जिले में दीपावली पर्व के बाद भाई दूज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इसी दौरान शिवपुरी में भाई दूज के उपलक्ष्य पर शिवपुरी सर्किल जेल में बंद बंदियों के लिए उनकी बहनें उनसे मुलाकात करने के लिए आई। बंदियों से मुलाकात के लिए जेल प्रशासन द्वारा आवश्यक इंतजाम किए गए थे।
ेजेल प्रशासन के निर्धारित दिशा निर्देशों के तह सर्किल जेल में बंद बंदियों से उनकी बहनों की मुलाकात कराई गई। यहां पर बहनों ने अपने भाइयों से मुलाकात की और उन्हें टीका लगाकर भाई दूज की शुभकामनाएं दीं। जेल प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि सर्किल जेल शिवपुरी के अंतर्गत जिला जेल गुना, अशोकनगर, श्योपुर एवं सब जेल पोहरी, कोलारस, पिछोर, करैरा और चांचौड़ा में बंदियों की खुली मुलाकात उनकी बहनों से कराई गई।
अपने भाइयों से मिलने के लिए आई महिलाओं ने बताया कि उन्होंने अपने भाइयों को टीका लगाया और मिठाई खिलाई। प्रत्येक बंदी के लिए यहां पर मुलाकात का समय अधिकतम 10 मिनट निर्धारित किया गया था। मुलाकात सुबह 9:30 बजे से प्रारंभ हुई और जो 2:30 बजे तक चली। एक महिला चंद्रकांता ने बताया कि उनके भाई को एक केस में जेल में आना पड़ा लेकिन वह हर साल यहां पर अपने भाई को भाई दूज पर मिलने आती हैं। यहां पर अच्छी व्यवस्था की गई। एक महिला रामदुलारी ने बताया कि उन्होंने अपने भाई को टीका लगाया और मिठाई खिलाई।
शिवपुरी सर्किल जेल अधीक्षक रमेश चंद्र आर्य ने बताया कि दीपावली की भाई दूज के लिए जेल प्रशासन के द्वारा यहां पर बंदियों की बहनों के लिए मुलाकात कराने के लिए आवश्यक इंतजाम किए गए थे। इस विशेष अवसर पर भाई-बहन के पवित्र संबंध को सहेजने के लिए बंदियों से मिलने उनके परिजनों को सीमित व नियंत्रित व्यवस्था में प्रवेश की अनुमति दी गई।
जेल अधिकारियों ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को पर्स, मोबाइल, नकदी या अन्य कीमती सामान लेकर जेल के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। साथ ही मुलाकात के दौरान केवल 250 ग्राम तक मिठाई, गजक या सोनपपड़ी ले जाई जा सकी। अन्य किसी भी प्रकार का खाद्य पदार्थ भीतर ले जाना वर्जित रहा।
जेल प्रशासन द्वारा सभी बहनों के लिए पूजा थाल की व्यवस्था की थी, जिसमें हल्दी, कुमकुम, चावल आदि सामग्री उपलब्ध कराई गई। इस व्यवस्था से बंदियों से मिलने के लिए आई बहने खुश नजर आई।