मनोरंजन की आड़, लोगों की जान से खिलवाड़

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हथकरघा मेले में अग्निशमन सिलेंडर की हालात खराब
परमिशन देने के बाद झांकने तक नहीं आया विभाग
अनूपपुर। जिला मुख्यालय स्थित 4 नंबर स्टेशन रोड के पास बीते 6 अप्रैल से मेगा ट्रेड फेयर मेला हस्तकला हथकरघा मेले का आयोजन हो रहा है जहां पर मनोरंजन के सारी सामग्रियां के अलावा खाना पीने से लेकर शॉपिंग तक की दुकान यहां पर संचालित है इन दुकानों का संचालन सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर किया जा रहा है एक ही जगह पर अत्यधिक भीड़ को संभालने और अनहोनी घटना को रोकने के लिए अग्नि शमन यंत्र भी अपनी मियाद पूरी कर चुका है ऐसे में मनोरंजन के लिए पहुंच रहे इस मेगा ट्रेड फेयर मेले में लोगों की सुरक्षा भगवान भरोसे नजर आ रही है क्योंकि प्रशासन ने अनापत्ति प्रमाण पत्र देकर मामले से इतिश्री कर रखी है।
गर्मी के दिनों में आमतौर पर कहीं भी शॉर्ट सर्किट के चलते आग जनी की घटनाएं आम हो चली है ऐसे में गर्मी की छुट्टियों के चलते मनोरंजन मेले का भी आयोजन अनूपपुर में होता आया है इस मनोरंजन मेले की आड़ में मेला संचालक नियमों को दरकिनार कर जरूरी अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने में भी कोई दिलचस्पी नहीं दिख रहा है इसी का नतीजा है कि अचानक भाड़की आग को रोकने के लिए उपयोग में ले जाने वाले अग्निशामक यंत्र की उपलब्धता निश्चित की गई। मगर निगरानी न होने के चलते मामला ठंडे वस्ते में जाता दिख रहा।


अनूपपुर स्थित हस्तकला हथकरघा सेल, मेगा ट्रेड फेयर मेले के आयोजक नरेंद्र राय के द्वारा अपनी मनमानी की जा रही है फायर सेफ्टी के नाम पर पुराने सिलेंडरों को रखकर खाना पूर्ति की गई है जबकि यह अपनी तिथि पूरी कर चुके हैं सिलेंडर को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है यह अपनी रिफलिंग दिनांक से अंतिम उपयोगिता समय सीमा पूरी कर चुका है लेकिन मेला संचालक जानबूझकर लोगों की जिंदगियां दाव में लगाने का काम कर रहा है वही इस मामले में निगरानी में बैठा प्रशासन भी इस मामले में कोई दिलचस्पी नहीं दिख रहा है उनके द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र देकर मामले से किनारा कर लिया गया है।


15 हजार लीटर पानी का स्टॉक-नरेंद्र राय
मेला संचालक द्वारा बताया गया कि किसी भी तरह की अनहोनी को रोकने के लिए उनके पास 15000 लीटर पानी का स्टॉक है जिसमें वह मोटर वोट चला रहे हैं। वही आगजनी के दौरान बाल्टी कहा से आएगी ये नही बताया। हैरानी इस बात की की
हालांकि सिलेंडर के मामले में उन्होंने कहा कि वह उसको भरना वह भूल गए हैं आप सवाल यह खड़ा हो रहा है कि किस आधार पर जिला प्रशासन हुआ नगर पालिका के दिया गया।
गैर जिम्मेदार जबाब दे रहे संचालक
इस मामले में जब हमारे द्वारा मेला संचालक नरेंद्र राय से बातचीत की गई तो तो उनका जवाब काफी गैर जिम्मेदार आना नजर आया शॉर्ट सर्किट जैसे मामले में उनके द्वारा पानी का स्टॉक बताया गया जबकि चालू बिजली की लाइनों में पानी का प्रयोग वर्जित है उसके लिए बाल्टी में रेट या अग्निशामक यंत्र की जरूरत पड़ती है लेकिन नरेंद्र राय ने आगजनी की घटना में सीधे तौर पर पानी के उपयोग की बात कह रहे हैं जो काफी हैरान करने वाला है।
हादसा हुआ तो एक एग्जिट से कैसे बचेंगे लोग
अनूपपुर के इस मेले में कब कोई हादसा हो जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता।केडिया पेट्रोल पंप के सामने मैदान में झूले, आदि लगाए गए हैं। इन झूलों का फिटनेस है या नहीं इसके बारे में तो प्रशासन ही बेहतर जान सकेगा कि उन्होंने फिटनेस प्रमाण पत्र लिया है या नहीं? मेले में प्रतिदिन शाम पांच बजे से सैंकड़ों लोगों की भीड़ पहुंच रही है। मेले में एंट्री के लिए चार फीट का रास्ता है जो मेले के अंदर पहुंचता है। मेले में लोगों की खूब भीड रहती है।
आने जाने के लिए है सिर्फ एक गेट
वहीं मेले से निकलने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता खोला गया है। मेले को इस तहर से डिजाइन किया गया है, कि वहां से बाहर निकलने के लिए सिर्फ एक ही एंट्रीऔर एग्जिट गेट है। ऐसे में सवाल है कि यदि मेले के अंदर कोई अग्निकांड,झूला टूटकर गिरने या भगदड़ मचने पर लोग कैसे और कहां से भाग कर अपनी जान बचाएंगे।ऐसे में मेले में बहुत बड़ा हादसा हो सकता है। जिसका जिम्मेदार कोन पुलिस प्रशासन होगा।या जो परमिशन दे रहा है।
इनका कहना है।
मैं अभी स्वास्थ्य लाभ के लिए नागपुर में भर्ती हूं आप जो जो जानना चाहते हैं मैं सारा कुछ आपको बता दूंगा मगर अभी मैं दवाई कर लूं।
नरेंद्र राय, मेला संचालक, अनूपपुर 

 

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