खाताधारक ने पुलिस में की शिकायत
मंडला जिले के रहने वाले है आरोपी
अनूपपुर।जिला मुख्यालय में किराए के मकान में एक फर्जी तरीके से बैंकिंग कंपनी के नाम पर लोगों से एफडी और लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है जिस पर पुलिस ने शिकायत के आधार पर कार्यवाही करते हुए फर्जी बैंक के सीईओ और ब्रांच मैनेजर को गिरफ्तार किया है फर्जी बैंक का यह कारोबार अनूपपुर जिले के अलावा डिंडोरी, बालाघाट मंडला हुआ इंदौर से भी संचालित हो रहा था कुल मिलाकर पुलिस ने दो करोड़ की ठगी का मामला उजागर किया है जिसमें दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है।
मामले के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार अनूपपुर निवासी 32 वर्षी अभिजीत सिंह पिता चार धाम सिंह ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई की जैतहरी रोड स्थित गिरधारी लाल सोनी के मकान में आईडीसीएस इंडिया के नाम पर एक बैंक संचालित हो रही है जो लोगों से फिक्स डिपाजिट के नाम पर हर महीने 6% ब्याज देने की बात कह रही है लेकिन पैसा जमा होने के बाद पिछले 3 महीना से कंपनी का ऑफिस बंद है और ब्याज राशि भी मिलना बंद हो चुकी है इस पर पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर मंडला के रहने वाले कंपनी के मालिक सीईओ योगेश पिता कन्हैया लाल श्रीवास निवासी महाराजपुर जिला मंडल व ब्रांच मैनेजर दीपक अध्याय पिता चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय उम्र 28 साल निवासी बिछुआ जिला मंडला को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड में लिया है। पुलिस अधीक्षक मोतिउर रहमान ने इस बैंक के पीड़ित लगभग तीन लोग अनूपपुर जिले के बताए जा रहे हैं वही डिंडोरी के 41 लोग को इसी प्रकार अन्य जिलों के जानकारी एकत्रित कर पुलिस कड़ी कार्यवाही की बात कह रही है।
पुलिस ने बताया कि बकायदा आरोपियों के द्वारा बैंक की तरह अपने ऑफिस का संचालन किया जा रहा था जहां पर फिक्स डिपाजिट और लोन दिलाने के नाम पर गिरोह का पर्दाफास किया गया है यह बैंक अपने आप को बैंक ऑफ़ मॉरीशस से भी समृद्ध बता रही है
ये भी हुए धोखाधड़ी का शिकार
पुलिस अधीक्षक मोतिउर रहमान के बताए अनुसार आरोपियों द्वारा अनूपपुर में अभिजीत सिंह के अलावा डॉक्टर रत्ना परस्ते आकांक्षा पांडे, अजय गुप्ता ,की लाखों रुपए की एफडी कराई जाकर धोखाधड़ी की गई है वही जो बैंक में कर्मचारियों के रूप में काम कर रहे थे उनकी भी बेतन तक नहीं दिया। जिनमें अंकुर बघेल, सूरज चौधरी, नेहा बाग , अजय गुप्ता , प्रदीप तिवारी रागनी वर्मा गोकुल सिंह को पिछले कई महीने से वेतन न देकर कार्यालय बंद कर दिया गया है।
मकान मालिक के ऊपर भी दर्ज हुई फिर
अनूपपुर निवासियों के साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी न हो इसके लिए बाकायदा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अनूपपुर के द्वारा 19 फरवरी 2025 को एक आदेश जारी किया गया था जिसमें यह कहा गया था कि समस्त मकान मालिकों को किराएदारों की जानकारी दी जानी है ताकि किसी भी तरह की धोखाधड़ी न हो सके लेकिन जैतहरी रोड में रहने वाले गिरधारी लाल सोनी पिता जियालाल सोनी निवासी तहसील कार्यालय के पास अपने मकान को आईडीसीएस इंडिया को बैंक चलाने के लिए अपना कमरा दे दिया और उक्त भवन की जानकारी पुलिस को नहीं दी। पुलिस ने धारा 230 बीएस के तहत मकान मालिक के ऊपर भी मामला दर्ज किया है।
लोगों को पैसे से ऐश करते रहे को मैनेजर और सीईओ
आईडीसीएस इंडिया के कार्यालय को जब खागाला गया तो काफी संख्या में पुलिस को भारी निवेश के दस्तावेज बरामद हुए हैं उसमें मोटा निवेश इन मैनेजर और सीईओ के द्वारा किया गया है जिसमें 20 लाख की महंगी लग्जरीकार, 3:30 लाख रुपए की बीएमडब्ल्यू मोटरसाइकिल, ₹5 लाख के सोने के जेवरात, वही मंडला में 50 लाख रुपए का आवासी प्लांट भी इन आरोपियों के द्वारा खरीदा जा चुका है जिस पर पुलिस कुछ दस्तावेजों को जप्त कर आवास प्लॉट पर न्यायालय की मदद लेकर कार्यवाही की बात कह रही है वहीं पुलिस ने इन आरोपियों के सभी अकाउंट सीज भी कर दिए हैं।
एक करोड़ 51 लाख रुपए के रिकॉर्ड पुलिस ने किया जप्त
पुलिस कोतवाली पुलिस के द्वारा जब इस कार्यालय कार्रवाई की गई तो प्रिंटर बैंक चेक स्टेट बैंक ऑफ़ मॉरीशस के फर्जी तैयार बैंकिंग फॉर्म विभिन्न बिल स्टेशनरी सामान जप्त किया है वही अभी तक पुलिस ने विवेचना पर आरोपियों से 81 निवेशको से एक करोड़ 51 लाख रुपये धोखाधड़ी कर अर्जित किए जाने का रिकॉर्ड अब तक जप्त कर चुकी है।
