



स्कूल बनी चर्चा का विष
महँगी किताबों से परिजनो को मिली मुक्ति
अनूपपुर। एक तरफ स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के परिजन पुस्तकों के आसमानी मूल्य से काफी परेशान हैं तो दूसरी ओर अनूपपुर जिले के बिजुरी में संचालित रामकृष्ण विवेकानंद विद्यापीठ स्कूल द्वारा स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को मुफ्त में रिप्लेसमेंट तौर पर पुस्तके उपलब्ध करा रहे हैं। जिसमें छात्र कक्षा पास कर दूसरे कक्षा में प्रवेश लेने पर पुस्तकों को पिछली कक्षा के छात्र को दे देता है और आगामी कक्षा की पुस्तकों को स्कूल से रिप्लेसमेंट के तौर पर लेकर उसे अपनी पढ़ाई जारी रखता है। रामकृष्ण विवेकानंद विद्यापीठ स्कूल की यह मुहिम नगर भर में चर्चा का विषय बनी हुई है वहीं परिजनों में भी उक्त मुहिम को लेकर काफी उत्साह और खुशी देखी जा रही है। स्कूल में पढ़ने वाले जो बच्चे महंगी पुस्तक को नहीं खरीद पाए थे उनके लिए यह मुहिम कारगर साबित हो रही है।
रामकृष्ण विवेकानंद विद्यापीठ स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को शिक्षकों द्वारा प्रेषित किया जाता है कि कक्षा में पढ़ने के बाद पास होने वाले छात्र अपनी पुस्तक विद्यालय को दान कर देते हैं और वह पुस्तक उसे कक्षा में आने वाले छात्र को स्कूल द्वारा दे दिया जाता है, इस प्रकार रिप्लेसमेंट के तौर पर पुस्तक छात्रों तक फ्री में छात्रों के हाथ में पहुंच जाती है। स्कूल की इस मुहिम से छात्र-छात्राओं के परिजनों को काफी राहत मिलती है स्कूल से मिली हुई जानकारी के अनुसार प्रतिवर्ष 200 से 300 बच्चे फ्री में पुस्तक प्राप्त कर अपनी शिक्षा सतत जारी रखते हैं।
रामकृष्ण विवेकानंद विद्यापीठ स्कूल अर्ध शासकीय स्कूल है जहां एसईसीएल द्वारा स्कूल का संचालन किया जाता है, उक्त स्कूल में बच्चे निर्धारित फीस पर अपनी पढ़ाई करते हैं। स्कूल के द्वारा चलाई गई मुहीम बच्चों के लिए प्रेरणादाई बनी हुई है और स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि अन्य स्कूलों द्वारा अगर ऐसी ही मुहिम चलाई जाए तो छात्रा एवं परिजनों को अतिरिक्त भार से बचाया जा सकता है।