अनूपपुर: विभागीय जांच के बीच उलझ कर रह गई किसानों की शिकायत, दोबारा जांच की मांग

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विभागीय जांच के बीच उलझ कर रह गई किसानों की शिकायत,
12 बिंदुओं को लेकर किसानों ने की दोबारा जांच की मांग


अनूपपुर। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित अनूपपुर के पूर्व प्रबंधक संजय द्विवेदी के ऊपर समिति की राशि का दुरुपयोग करने और गलत तरीके से पैसे का आहरण करने की शिकायत के साथ ही राशि गबन का आरोप किसानों के द्वारा लगाया गया है, जिस पर लगभग छः माह से विभागीय शिकायत और विभाग द्वारा जो जांच टीम तैयार की गई है उस पर अब सवाल उठने लगे हैं। आलम यह है कि विभागीय जांच के बीच किसानों की शिकायत उलझती हुई नजर आ रही है। बीते वर्ष के दिसंबर माह में शहडोल से आई जांच टीम के द्वारा जांच तो की गई लेकिन जांच का कोई खुलासा स्पष्ट नही हो पाया था और एक बार फिर 8 फरवरी को शहडोल से टीम आई और फिर से जांच शुरू की लेकिन जांच की स्थिति जस की तस दिखाई दे रही है। वहीं एक ओर किसान लगातार प्रबंधक के ऊपर आरोप लगा रहे हैं तो दूसरी ओर प्रबंधक अपने आप को निर्दोश साबित करने में लगे हुए हैं और इस बीच विभाग की जांच प्रणाली पर अब सवाल खड़े होते हुए और इस पूरे शिकायत का माजरा उलझते हुए दिखाई दे रहा है।

किसानों ने जांच प्रणाली पर लगाया आरोप

आदिम जाति सेवा सहकारी समिति अनूपपुर में भ्रष्टाचार की शिकायत को लेकर समिति के सदस्य किसानों के द्वारा अब पूरे जांच प्रणाली पर ही सवाल खड़े कर दिए गए हैं किसानों का कहना है कि हमारे द्वारा जिन मुद्दों की शिकायत की गई है उसकी जांच विभागीय अधिकारियों द्वारा नहीं की जा रही है बल्कि पूरे मामले को उलझाने के साथ ही दबाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं समिति के किसान लक्ष्मण प्रसाद पटेल ने बताया कि हमने जिन बिंदुओं को लेकर शिकायत की है उसकी जांच विभाग द्वारा नहीं की जा रही है बल्कि पूरे मामले को उलझाने का प्रयास किया जा रहा है। शिकायतकर्ता किसानों में सूरज पटेल, नारायण पटेल, लक्ष्मण प्रसाद पटेल, उदय सिंह चंदेल, रामखेलावन पटेल, संतोष पटेल ने सहकारी समिति अनूपपुर में किसानों के साथ धोखाधड़ी और फर्जी तरीके से राशि गबन के मामले को लेकर शिकायत की है लेकिन जांच अभी भी पूरी नहीं हो पाई है।

किसानों ने लिखित में मांगी जानकारी, कराएंगे दोबारा जांच

किसानों ने जांच अधिकारियों से लिखित में निवेदन करते हुए कहा है कि संदर्भित जांच के लिए पूर्व में अनेकों दिनांक आपके द्वारा नियत किए गए किन्तु हम आवेदक आपके नियत दिनांक को जांच कार्यवाही हेतु उपस्थित रहकर पूरे दिन परेशान होते हैं किन्तु प्रबंधक समय पर उपस्थित न होने एवं संबंधित अभिलेख प्रस्तुत न करके जांच को प्रभावित कर असहयोग किये जाने के फलस्वरूप जांच कार्यवाही पूर्ण नहीं हो पाई थी, तत्पश्चात संदर्भित पत्र के माध्यम से शिकायतकर्ताओं से लिखित कथन चाही गई है जिसमें कहा गया कि तत्कालीन प्रबंधक संजय कुमार द्विवेदी के खिलाफ 12 बिंदुओं में लिखित कथन के रूप में जानकारी चाहिए गई है अब देखना यह होगा कि इसके बाद क्या यह जांच आगे बढ़ती है या फिर यहीं पर विभाग इस पूरे मामले को समाप्त करेगा। वहीं किसानों का कहना है कि 12 बिंदुओं में लिखित कथन के आधार पर अब वह इस पूरे जांच प्रणाली की दोबारा जांच कराएंगे।

वर्तमान प्रबंधक के ऊपर भी लगा गंभीर आरोप

आदिम जाति सेवा सहकारी समिति अनूपपुर में पदस्थ वर्तमान प्रबंधक रोहित सिंह के ऊपर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं जांच के लिए शहडोल से पहुंचे जांच टीम के समक्ष वर्तमान प्रबंधक के ऊपर किसानों को नगद भुगतान किए जाने और नियम विरुद्ध कार्य किए जाने की बात सामने आई है। जांच अधिकारियों ने बताया कि किसानों को धान खरीदी के समय मजदूरी लागत को सीधे किसानों के खाते में दिए जाने का नियम है जबकि वर्तमान प्रबंधक रोहित के द्वारा कुछ किसानों को नगद राशि प्रदान की गई है वहीं बाकी किसानों को खाते में भी राशि नही दी गई है। ऐसे में संदेह जताया जा रहा है कि वर्तमान प्रबन्धक और प्रशासक राशि हड़पने के फिराक में हैं। वहीं आधे किसानों को नगद राशि देना और आधे को न देना नियम विरूद्ध है। वही इस पूरे मामले को लेकर भी जांच की बात कही गई है अब देखना यह होगा कि क्या वर्तमान प्रबंधक के ऊपर भी जांच दल बैठेगा या फिर मामले को रफादफा कर दिया जाएगा।

इनका कहना है-

समिति के सदस्य किसानों ने जिन बिंदुओं को लेकर शिकायत की है वह निराधार है, विभागीय जांच में मेरे द्वारा जो दस्तावेज पेश किए गए हैं उसी आधार पर जांच पूरी की गई है।
संजय द्विवेदी, पूर्व प्रबंधक
सहकारी समिति अनूपपुर

शिकायती दस्तावेज के आधार पर हमने जांच की है, दस्तावेज से हम सन्तुष्ट हैं तो आगे जांच की जरूरत नही है।
विष्णुदत्त गुप्ता, वरिष्ठ जांच अधिकारी              सहकारिता शहडोल

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