



केबल शिफ्टिंग काम मे बिजली बिभाग की मिली भगत
बिना जीआई पाईप डाले बिछा रहें 11 केबी की केबल
जगह जगह फटी आर्म्ड केबल
अनूपपुर। जिला मुख्यालय में बन रहा अप्लाई ओवर नगर वासियों के लिए नासूर होते जा रहा है लगातार धीमी होती रही चाल और घटिया निर्माण के कारण या फ्लाई ओवर नगर को सौगात देनी की जगह कही समस्याओं का पहाड़ तो विभाग खड़ा नही कर रहा है। मामला बिजली विभाग के द्वारा बिछाई जा रही अंडर ग्राउंड केवल का बताया जा रहा है।
फ्लाई ओवर निर्माण के बीच आ रही 11केबी की केवल शिफ्टिंग का काम चल रहा है। जिसकी लागत लगभग 29 लाख बताई जा रही हैं। लेकिन मध्य प्रदेश विद्युत वितरण केंद्र के द्वारा इस काम में भी लापरवाही की जा रही है जो मौके पर साफ देखने को मिल रही है मौके पर जीआई पाइप डालकर आर्म्ड केवल को जमीन में दबाना था लेकिन बिना जीआई पाइप के ही आर्म्ड केवल को खुले में मिट्टी डालकर छोड़ दिया जा रहा है। इतना ही नहीं तस्वीरों में कई जगह केवल पंचर होती भी नजर आ रही है जिसके चलते कभी भी यह केवल पूरी तरह से भस्ट हो सकती है।
जगह जगह से फटी केबल
बिजली आपूर्ति बनाए रखने के लिए बिजली विभाग के ठेकेदार के माध्यम से एक छोर से दूसरी छोर तक 11 केबी केवल बिछाने का काम चल रहा है इसके लिए मौके पर गड्ढा भी खोदा गया है इन गड्डो में डाला गया आर्म्ड केवल कई जगह से पंचर व कटे-फटे भी हैं जिसके चलते विद्युत आपूर्ति चालू हो जाने के बाद कभी भी इन केबलों में आगजनी की घटना सामने आ सकती है। आमतौर पर बारिश के दिनों में जब बारिश का पानी जमीन के अंदरुनी सतह पर पहुंचेगा तो केवल कटी फटी होने के कारण केवल में आई नमी के कारण कभी भी केवल में आग लग सकती है। जानकारों की माने तो यह केवल पूरी तरह से सुरक्षित व कहीं भी कटी फटी नहीं होनी चाहिए।।
गुणवक्ता पर खड़े हो रहे सवाल
दो अलग-अलग बसाहट में होने के कारण अनूपपुर नगर व पुरानी बस्ती को जोड़ने के लिए बिजली विभाग के द्वारा कई साल पहले इन रेल की पटरियों के नीचे से बिजली का केवल एक छोर से दूसरे छोड़ डाला गया था लेकिन वर्तमान समय में उक्त जगह पर फ्लाईओवर का निर्माण का कार्य चल रहा है निर्माण के दौरान रेलवे के तारों के ऊपर गटर लॉन्चिंग के लिए मध्यप्रदेश विद्युत वितरण क्षेत्र की यह 11 केबी की लाइन एक छोर से दूसरे छोर फ्लाई ओवर के ऊपरी सतह में आ रही थी जिसे अब भूमिगत कर फ्लाई ओवर के निर्माण को गति दी जानी थी लेकिन इस 11 केवी केवल की व्यवस्था और उसके संधारण को लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।
क्या कहता है नियम
जानकारी के अनुसार यह केवल कहीं भी कटी फटी या पंचर नहीं होनी चाहिए थी भूमिगत करने के साथ ही इसमें 6 इंची जीआई पाइप के भीतर इस आर्म्ड केवल को डाला जाना था लेकिन मौके पर दिख रही तस्वीर में यह सब जाहिर हो रहा है कि जेसीबी के माध्यम से जमीन में गड्ढा खोदकर सीधे तौर पर केवल को ढका दिया गया है और उसमें मिट्टी भर दी गई है जिसके चलते जगह-जगह पंचर हुई केवल अब आने वाले समय में जब बिजली आपूर्ति क्षमता बढ़ेगी तो यह केवल भस्ट भी हो सकती है।
कनिष्ठ अभियंता की जगह लाइन मैन कर रहें ड्यूटी
केवल शिफ्टिंग 11 केबी केवल शिफ्टिंग का काम निविदा निकाले जाने से लेकर मौके पर बिजली विभाग के कनिष्ठ अभियंता के निगरानी में होना था लेकिन रविवार को जेसीबी से गड्डो को पाटने के दौरान केवल और केवल पेटी कॉन्टैक्टर संदीप मिश्रा और लाइनमैन ही मौजूद रहें।
कैमरा देख भाग गया जेसीबी संचालक
जिस दौरान पेटी कॉन्टैक्टर संदीप मिश्रा के द्वारा गड्ढे खोदकर भी दिखाई जा रही और केवल को ढकने का काम चल रहा था तभी कुछ लोगों के द्वारा मौके पर वीडियो बनाया गया। कैमरा चालू होते ही जेसीबी संचालक मशीन लेकर मौके से भाग खड़ा हुआ वहीं ठेकेदार से बातचीत करने पर भी उसके द्वारा आनाकानी की गई। इस दौरान बिजली विभाग के लाइनमैन भी मौजूद थे।
बिहारी कॉलोनी की जल आपूर्ति हुई ठप्प
जिस जगह पर अंडर केबल डालने का काम चल रहा है वहां से बिहारी कॉलोनी को एक सड़क कॉलोनी की तरफ जाती है इस सड़क के ही नीचे नगर पालिका के द्वारा पेयजल सप्लाई के लिए पाइप लाइन डाली गई है लेकिन बिजली विभाग की 11 केबी केबल काम में लगे ठेकेदार के द्वारा नगर पालिका के पाइपलाइन को भी नुकसान पहुंचाया गया है जिसके चलते बिहारी कॉलोनी में होने वाली पेयजल सप्लाई प्रभावित हो गई है।