भारत में महिलाएं तकनीकी का उपयोग करके आगे बढ़ रही हैं- डोरीन बोगडन मार्टिन

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अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ की सेक्रेटरी जनरल आईं शिवपुरी भ्रमण पर, ड्रोन दीदी और लखपति दीदी से किया संवा

शिवपुरी। रंजीत गुप्ता।अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ की सेक्रेटरी जनरल डोरीन बोगडन मार्टिन दल के साथ शिवपुरी जिले के भ्रमण पर आई और उन्होंने शिवपुरी की ड्रोन दीदी और लखपति दीदी से मुलाकात की और महिलाएं इस प्रकार आत्मनिर्भर हो रही है यह देखकर उन्होंने खुशी व्यक्त की।उनके साथ उनकी बेटी भी शिवपुरी भ्रमण पर आईं और संवाद कार्यक्रम में शामिल हुईं। सेक्रेटरी जनरल डोरीन बोगडन मार्टिन ने 26 नंबर कोठी में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया और कहा कि आज महिलाएं तकनीकी का उपयोग करके आगे बढ़ रही हैं और यहां शिवपुरी में सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर होकर काम कर रही हैं उनसे मिलकर खुशी हो रही है। आजीविका मिशन से कामना सक्सेना ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई।

पीएम मोदी से मिलने वाली किशोरी रावत से भी मिलीं-

ड्रोन दीदी रेखा ओझा से संवाद करते हुए उन्होंने महिलाओं की गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। किशोरी रावत जो भारत की पहली पांच लखपति दीदी में शामिल हैं, जिन्हें इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सम्मानित किया गया था किशोरी रावत ने बताया कि वह खेती, पशुपालन, सत्तू निर्माण से लेकर कई काम करती हैं जिनसे आज वह आत्मनिर्भर होकर अपनी आजीविका चला रही है। वंदना कुशवाह समता समन्वयक के रूप में काम कर रहीं हैं। ऐसी ही कई दीदियों ने जब अपने आप निर्भर होने की कहानी सेक्रेटरी जनरल डोरीन बोगडन मार्टिन को सुनाई तो उन्होंने महिलाओं के जज्बे की तारीफ की और आजीविका मिशन द्वारा किए जा रहे काम की भी सराहना की।

ड्रोन दीदी रेखा ने किया नैनो डीएपी का छिड़काव-

कृषि क्षेत्र में लगातार तकनीकी का उपयोग बढ़ रहा है और आज महिलाएं भी तकनीकी क्षेत्र में पीछे नहीं है। शिवपुरी की ड्रोन दीदी आज ड्रोन का उपयोग कृषि क्षेत्र में बखूबी कर रहीं हैं। भ्रमण के दौरान सतनवाड़ाखुर्द में लुकवासा निवासी ड्रोन दीदी रेखा ओझा ने ड्रोन से नैनो डीएपी का छिड़काव किया और ड्रोन दीदी के रूप में किस प्रकार वह काम कर रही हैं अपने अनुभव भी उनसे साझा किए। सेक्रेटरी जनरल डोरीन बोगडन मार्टिन ने इन उत्पादों का अवलोकन किया। समूह के उत्पादों में बदरवास की जैकेट का भी स्टॉल लगाया गया। उन्हें जैकेट इतनी पसंद आई कि उन्होंने स्वयं जैकेट पहन कर देखी और अपने लिए जैकेट भी ली।

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