मेडिकल कॉलेज का भी 83 लाख रुपए से ज्यादा का बिल 55 लाख रुपए पर आया
– राशि 116366095/-का अवार्ड पारित किया गया एवं अन्य मामलों में राशि बसूल की गई
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं म0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार आज दिनांक 14 सितंबर 2024 को जिला मुख्यालय शिवपुरी एवं तहसील न्यायालयों में नेश्नल लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिला मुख्यालय पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के ए0डी0आर0 भवन में प्रातः 10ः30 बजे माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री राजेन्द्र प्रसाद सोनी ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया। इस अवसर पर, श्री अखिलेश शुक्ला, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय, श्रीमती वंदना जैन, विशेष न्यायाधीश, श्रीमती दीपाली शर्मा, द्वितीय जिला न्यायाधीश, श्री विवेक शर्मा, प्रथम जिला न्यायाधीश, श्री योगेन्द्र कुमार त्यागी, सचिव, श्री डी0के0 सिंह, चतुर्थ जिला न्यायाधीश, श्री विवेक पटेल, पंचम जिला न्यायाधीश, श्री अमित कुमार गुप्ता, सप्तम जिला न्यायाधीश, श्री विधान माहेश्वरी, तृतीय जिला न्यायाधीश, न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री रवि कुमार बौरासी, श्री जितेन्द्र मेहर, श्रीमती पूजा पाठक बौरासी, श्री अमित प्रताप सिंह, श्रीमती रूपम तोमर, कु0 प्रत्यक्षा कुलेश, श्रीमती मिताली वाणी वर्मा, जिला विधिक सहायता अधिकारी डॉ0 वीरेन्द्र कुमार चढ़ार, अध्यक्ष अधिवक्ता संघ श्री विजय तिवारी, श्री संदीप कालरा, जी.एम., श्री अरूण शर्मा, डी.जी.एम., विद्युत विभाग, बीमा कंपनी अधिवक्ता श्री दिलीप गोयल, लीगल एड डिफेंस काउंसिल से श्री आलोक श्रीवास्तव एवं समस्त स्टाफ अधिवक्ता श्री वीरेन्द्र शर्मा, श्री मनीष मित्तल, श्री संजय शर्मा, पी0एल0व्ही0 श्री कपिल धाकड, श्री संदीप शर्मा, श्री अमन शर्मा, श्री ललित शर्मा, कृष्णकांत नामदेव, कु0 स्वाती राठौर, श्री गोपाल राठौर, श्री नीरू रावत, श्री अभिषेक माझी, श्री देवेन्द्र कुशवाह उपस्थित रहे।
नेशनल लोक अदालत में जिले की कुल 29 खण्डपीठों के माध्यम से 1852 मामलो का निराकरण हुआ एवं लगभग 2998 से अधिक पक्षकार लाभान्वित हुए। निराकृत मामलों में विचाराधीन मामले 841 एवं प्रिलिटिगेशन स्तर के मामले 1011 शामिल थे एवं राशि 35024658 का अवार्ड पारित हुआ एवं अन्य मामलों में राशि रूपये 81341437 का राजस्व जमा कराया गया।
विषेश-
1- प्रिलिटिगेशन स्तर के लगभग 78 लाख रूपये के मामले का हुआ निराकरण-
चिकित्सा महाविद्यालय शिवपुरी का लगभग 06 वर्ष से जलकर का लगभग 83 लाख रूपये बकाया था, उक्त जलकर के बकाया के संबंध में चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को लोक अदालत में प्रिलिटिगेशन प्रकरण के रूप में दर्ज करने का निवेदन किया जिसके परिणामस्वरूप नगपालिका एवं चिकित्सा महाविद्यालय के मध्य मान0 प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री राजेन्द्र प्रसाद सोनी के निर्देश पर सचिव श्री योगेन्द्र कुमार त्यागी के द्वारा प्रिसिटिंग की गई जिसमें नगरपालिका सीएमओ ईशान धाकड़ एवं चिकित्सा महाविद्यालय के डॉ0 विकास त्यागी का मामले के निराकरण हेतु सकारात्मक रूख के परिणामस्वरूप उक्त प्रिलिटिगेशन प्रकरण राशि रूपये 5525063 में निराकृत हुआ। इस प्रकरण के निराकरण के साथ ही यह संदेश मिला कि प्रिलिटिगेशन स्तर के मामलों में भी लाखों रूपये के मामलों का निरकरण हो सकता है।
2- कई वर्षों से अलग रह रहे पति पत्नि लोक अदालत में हुए एक-
-प्रकरण विशेष- प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय श्री अखिलेश शुक्ला के विशेष प्रयासों से कई पारिवारिक मामलों का निराकरण हुआ जिनमें से कुछ विशेष प्रकरण इस प्रकार रहे-
1- ग्राम गोपालपुरा जिला शिवपुरी की आवेदिका श्रीमती प्रतिभा जाटव जिनका विवाह अनावेदक शिवेन्द्र जाटव निवासी ग्राम बामौर जिला मुरैना के साथ लगभग 6 वर्ष पूर्व हिन्दू रिति रिवास से संपन्न हुआ। विवाह के उपरांत ही ससुराल पक्ष द्वारा दहेज की मांग एवं अन्य शारीरिक प्रताड़ना के कारण पति पत्नि अलग रहने लगे आवेदिका द्वारा भरण पोषण की मांग हेतु दावा प्रस्तुत किया। लोक अदालत में समझाईस के परिणामस्वरूप उभयपक्ष एक साथ जाने को राजी हुए एवं खुशी-खुशी अपने घर गये।
2- आवेदिका शैलजा निवासी फतेहपुर कॉलोनी एवं अनावेदक सुमंगल कुशवाह ग्राम लहारपुर जिल शिवपुरी के मध्य वर्ष 2022 में विवाह संपन्न हुआ दोनों के मध्य एक पुत्र होने के बावजूद भी घरेलू हिंसा के साथ-साथ दहेज के नाम पर कार एवं पांच लाख रूपये की मांग के कारण मई 2024 में पति पत्नि अलग रहने लगे जिसके कारण आवेदिका ने पति के विरूद्ध भरण पोषण का आवेदन प्रस्तुत किया, लेकिन लोक अदालत में मामला रजिस्टर्ड होने के कारण एवं पीठ के प्रयासों से मामले का निराकरण तथा दोनों पक्ष साथ रहने को सहमत हुए।
3- आईनाजहॉ फिजीकल कॉलोनी शिवपुरी एवं फईन खांन निवासी नरवर के मध्य 2021 में विवाह हुआ उभय पक्ष के मध्य एक पुत्री ने जन्म लिया किन्तु पति द्वारा पत्नि के साथ मारपीट करने, दहेज के रूप में संपत्ति व पैसा लाने के दवाव के कारण पत्नि आईनाजहॉ नरवर ने भरणपोषण के लिए दावा प्रस्तुत किया, किन्तु मामला लोक अदालत में प्रस्तुत होने के कारण मामले का आसानी से निराकरण हुआ एवं उभय पक्ष हसी खुशी साथ जाने को सहमत हुआ।