150 करोड़ की कीमती जमीन को 30 करोड़ में बेचने की थी तैयारी, ईओडब्ल्यू में हुई शिकायत

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शिवपुरी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई

– प्रधानमंत्री आवास योजना के एएचपी योजना के लिए मिली थी जमीन

शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। शिवपुरी नगर पालिका में भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। पूर्व में भी कई भ्रष्टाचार के मामले सामने आ चुके हैं। अब इसी क्रम में नगर पालिका में एक और नया मामला सामने आया जिसमें 150 करोड रुपए की जमीन को 30 करोड रुपए में बेचने की तैयारी है। इसमें भ्रष्टाचार का संदेह जताते हुए शिवपुरी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय तिवारी ने लोकायुक्त में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। एडवोकेट विजय तिवारी ने अपनी शिकायत में कहा है कि शिवपुरी मेडिकल कॉलेज के पास स्थित 150 करोड़ रुपए कीमत की भूमि को नगरपालिका ने वीनम ट्रेडर्स प्रा. लिमिटेड को महज 30 करोड़ रुपए में दिए जाने की रूपरेखा तैयार कर ली है। उक्त जमीन का सौदा लगभग तय होने के बाद अब इसमें निर्णय होना शेष है, कि तभी शिवपुरी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट विजय तिवारी लोकायुक्त भोपाल में एक शिकायत करके इस भ्रष्टाचार की जांच कराए जाने की मांग की है।

प्रधानमंत्री आवास योजना के एएचपी योजना के तहत मिली थी जमीन –

शिकायत में एडवोकेट विजय तिवारी ने उल्लेख किया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के एएचपी योजना (भागीदारी में किफायती आवास) के लिए कलेक्टर शिवपुरी द्वारा भूमि सर्वे क्रमांक 462, 464, 465, 466, 467, 468, 471, 472, 473, 492, कुल रकवा 12.117 हैक्टेयर अर्थात लगभग 13 लाख वर्गफीट भूमि का आवंटन नगरपालिका परिषद शिवपुरी को किया था। नगरपालिका परिषद शिवपुरी द्वारा उक्त भूमि का नक्शा भी नगर तथा ग्राम निवेश से स्वीकृत करा लिया था। उक्त भूमि का तत्समय विक्रय मूल्य भी 700 रुपए प्रति वर्गफीट निर्धारित किया गया था। नियमानुसार कुल भूमि 13 लाख वर्गफीट में से 25 प्रतिशत प्रतिशत भूमि अर्थात लगभग 9.25 लाख वर्गफीट भूमि भूखंड के रूप में नपा परिषद शिवपुरी को विक्रय करनी थी।

मेडिकल कॉलेज बनने से इस जमीन की कीमत बढ़ी-

चूंकि शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय प्रारंभ होने तथा उसी क्षेत्र में हाउसिंग बोर्ड की कॉलोनी निर्मित होने से उक्त स्थान पर जमीन का भाव वर्तमान में 1500 रुपए प्रति वर्गफीट तक हो गया है। नगर पालिका को मिली इस जमीन की कीमत अब एकाएक बढ़ गई है। लेकिन नगर पालिका इस जमीन को बेचने की चक्कर में है। नगर पालिका ने उक्त भूमि के ले-आउट प्लान की अनुमति ग्राम एवं नगर निवेश के पत्र क्रमांक 20 दिनांकित 08/01/2020 द्वारा प्राप्त कर ली गई थी। विधि अनुसार निकाय क्रॉस सब्सिडी राशि दो प्रकार से प्राप्त एलआईजी भूखंड, पार्क, सड़क इत्यादि सम्मिलित कर कुल भूमि 64662 वर्ग मीटर एक मुश्त विक्रय से राशि प्राप्त कर सकता है।

टेंडर निकाले एक कंपनी ने लगाई रेट-

बताया जाता है कि शिवपुरी नगर पालिका ने पिछले दिनों इस जमीन को बेचने के लिए टेंडर निकाले। नपा परिषद शिवपुरी को वीनम ट्रेडर्स प्रा. लिमिटेड की एकल निविदा प्राप्त हुई थी। उक्त निविदा दिनांक 12/06/2024 को खोली गई तथा दर स्वीकृति के लिए निविदा समिति के समक्ष दिनांक 12/06/2024 को रखी तथा उक्त दिनांक को ही प्रकरण पीआईसी की बैठक में रखे जाने की अनुशंसा की गई। इस जमीन का टेंडर रेट उक्त कंपनी ने 30 करोड़ लगाया जबकि आज की तारीख में यह जमीन 150 करोड़ रुपए की है। एडवोकेट विजय तिवारी ने इस बात की शिकायत लोकायुक्त में की है। एडवोकेट विजय तिवारी ने अपनी शिकायत में कहा है कि इस जमीन की मूल्य निर्धारण का क्या आधार था?। उक्त प्रकरण नपा परिषद की आमसभा में क्यों नहीं रखा गया?, क्योंकि नियमानुसार पीआईसी को 40 लाख रुपए की स्वीकृति का अधिकार है। शिकायत में आरोप लगाए गए हैं कि निविदा विज्ञप्ति भी छोटे-मोटे समाचार पत्रों में प्रकाशित कराई गई। इस मामले में शिवपुरी नगर पालिका सीएमओ केशव सगर का कहना है कि हमने विज्ञप्ति अधिक प्रसार संख्या वाले समाचार पत्रों में दी थी। उसमें एक निविदा आई थी, जिसे अभी प्रक्रिया में लिया गया है। अभी तक उसमें कोई निर्णय नहीं लिया गया, लेकिन उससे पहले ही शिकायत हो रही है, तो इसमें मैं कुछ नहीं कह सकता।

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