शासन की योजनाओं को धूमिल करने वाले पंचायत सचिव के खिलाफ जनपद अध्यक्ष ने खोला मोर्चा
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। बीते दो वर्षों से जनपद पंचायत शिवपुरी में किसी भी प्रकार का कोई भ्रष्टाचार सामने नहीं आया और अब जब ग्राम पंचायत खजूरी में आदिवासी परिजनों के साथ लाखों रूपये की घूस वसूलकर जिस प्रकार से भ्रष्टाचार का बंदरबांट ग्राम पंचायत खजूरी के सचिव रोशन कुमार वशिष्ठ व उनके सहयोगी अजीत शर्मा के द्वारा किया गया है तो यह बर्दाश्त योग्य नहीं है, हालांकि इस मामले में जिला पंचायत शिवपुरी की ओर से संबंधित को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है बाबजूद इसके मांग करते है कि ऐसे भ्रष्ट पंचायत सचिव को निलंबित करते हुए बर्खास्त किया जाए ताकि आगे से कोई आदिवासियों के अधिकारों पर डाका ना मारे और भ्रष्टाचार करने को लेकर वह सौ बार सोचे भी, शासन स्तर से कार्यवाही होने के बाद भी हम जनपद शिवपुरी के अंतर्गत की अन्य पंचायतों में भी देखेंगें कि कहां क्या गलत हुआ है यदि कुछ गलत पाया जाता है तो संबंधित मामले की जांच कराते हुए उचित कार्यवाही कराई जाएगी। भ्रष्टाचार बर्दाश्त ना करने की यह बात कही जनपद पंचायत शिवपुरी की अध्यक्ष श्रीमती हेमलता रघुवीर रावत ने अपने जनपद कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता के माध्यम से ग्राम पंचायत खजूरी में हुए लाखों रूपये के घोटाले और शासन की योजनाओं को धूमिल करने वाले पंचायत सचिव के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए प्रेस को संबेाधित कर रही थी। इस दौरान उन्होनें वह दस्तावेज भी उपलब्ध कराए जिस पर यह स्पष्ट उल्लेखित कि जन-मन योजना के तहत आवासीय कुटीर सहित ग्राम पंचायत खजूरी में पेंशन, पोषण आहार, अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता राशि में भी पंचायत सचिव के द्वारा अपने साथी अजीत शर्मा के साथ मिलकर बंदरबांट किया गया। इस पूरे मामले को लेकर जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती हेमलता रघुवीर रावत को जिला कलेक्टर रविन्द्र चौधरी ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर ग्राम पंचायत गूगरीपुरा सरपंच रघुवीर रावत भी मौजूद रहे जिन्होंने भ्रष्टाचार के इस तरह के मामले से मीडिया को अवगत कराया।
*इनसे वसूल की राशि*
जनपद पंचायत शिवपुरी की अध्यक्ष श्रीमती हेमलता रघुवीर रावत ने दस्तावेजी प्रमाण देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत खजूरी के सचिव रोशन कुमार वशिष्ठ एवं सहयोगी अजीत शर्मा के द्वारा आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायत खजूरी के कई आदिवासियों को अशिक्षित होने के चलते उनका लाभ उठाया गया जिसमें कई आदिवासी परिजनों को निशाना बनाते हुए लाखों रूपये वसूले गए। इसमें ग्राम अमरखोहा के अधिकांश हितग्राही सरूपी पत्नि बादशाह आदिवासी निवासी अमरखोहा से वर्ष 2023-24 में पीएम जन-मन आवास स्वीकृत हुई और प्रथम किश्त 50 हजार रूपये एवं द्वितीय व तृतीय किश्त 75-75 हजार रूपये कुल 2 लाख रूपये प्राप्त हुई जिसका उपयोग किया गया और अजीत शर्मा द्वारा 20 हजार रूपये लिए गए, इसके साथ ही बलदेवा आदिवासी ग्राम अमरखोहा से अजीत शर्मा व रोशन वशिष्ठ के द्वारा 30 हजार रूपये, छयिा पत्नि नंटू आदिवासी से 20 हजार रूपये, गायत्री पत्नि अमर सिंह आदिवासी से 30 हजार रूपये, सकीना पत्नि दीनू आदिवासी से 15 हजार रूपये, धनवंती पत्नि सुनील आदिवासी से 15 हजार रूपये, कुपासी पत्नि बलदेवा आदिवासी से 30 हजार रूपये, हरी पुत्र बलदेवा आदिवाी से 35 हजार रूपये, ममता पत्नि जगदीश आदिवासी से 35 हजार रूपये, रीना पत्नि पहलवान आदिवासी से 30 हजार रूपये, राजाबेटी पत्नि सुघर सिंह आदिवासी से 30 हजार रूपये एवं दीपा पत्नि आनंद आदिवासी से 20 हजार रूपये वसूले गए। इन सभी से यह राशि पीएम आवास किश्त जारी करने के नाम पर वसूली गई।
*पेंशन, पोषण आहार, अंत्येष्टि व अनुग्रह सहायता राशि भी नहीं दी*
जनपद अध्यक्ष श्रीमती हेमलता रघुवीर रावत ने बताया कि ग्राम पंचायत खजूरी के सचिव रोशन कुमार वशिष्ठ व सहयोगी अजीत शर्मा ने मिलकर यहां गरीब आदिवासी परिजनों को शासन की योजनाओं के रूप में मिलने वाली पेंशन, पोषण आहार, अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता राशि तक प्रदाय नहीं की जिससे कई परिवार यहां इन योजनाओं से वंचित रहे इनमें ममता पत्नि जगदीश निवासी अमरखोहा को पोषण आहार भत्ता नहीं दिया, मनीषा पत्नि स्व.भरत यादव नि.अमरखोआ की अंत्येष्टि एवं अनुग्रह सहायता राशि नहीं दी गई, बाईसराम पुत्र प्रीतम आदिवासी कों पेंशन नहीं दी गई, नारायणी बेबा स्व. गिरवर आदिवासी को विधवा पेंशन स्वीकृत नहीं की गई।