अनूपपुर। मोजर बियर प्लांट से राखड़ भरकर शहर से गुजरने वाले अधिकांश भारी वाहन बिना उसे ढके गुजरते रहते हैं, जिससे हवा के कारण राखड उड़ता है। यह वाहनों के पीछे चलने वाले बाइक चालकों के लिए खतरा तो है ही, साथ ही इससे प्रदूषण भी फैलता है। वर्तमान समय में नियमों को धता बताते हुए राखड़ से भरे ओवरलोड वाहन सड़को पर बेखौफ दौड़ रहे हैं। लेकिन प्रशासन की नजर अब तक इन पर नहीं पड़ी है, और यही कारण है कि यह वाहन बेरोकटोक 24 घंटे नगर के मुख्य मार्ग से आवाजाही कर रहे हैं जबकि अन्य वाहनों के लिए प्रशासन शक्ति दिखाती है।
सड़क किनारे जमा हो रही राख, न ही अन्य कायदे
जैतहरी स्थित मोजर बेयर पावर प्लांट से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में राखड़ से भरे वाहन धमाचौकड़ी करते हैं लेकिन जिम्मेदारों ने जैसे आंखे मूंद ली हो। उन्हें ना तो यह ओवरलोड वाहन नजर आते हैं और ना ही बिना तिरपाल लगे दौड़ते डंपर यही कारण है कि ये वाहन अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुके हैं। जबकि समय- समय पर नगर वासियों द्वारा शासन प्रशासन से इस संबंध में कठोर कार्यवाही का निवेदन किया जाता रहा है। लेकिन ना जाने किसके डर अथवा शह के कारण इन वाहनों के चालान तो दूर की बात, रोक कर इनसे ओवरलोड अथवा नियमों का पालन करने के बारे में पूछने तक की जहमत नहीं उठाई जाती। तेज गति से दौड़ रहे बिना तिरपाल लगे ओवरलोड वाहनों से जहां वायु प्रदूषण का खतरा बढ़ जाता है वही उन वाहनों के पीछे चलने वाले तथा गुजर रहे रास्तों के आसपास रहवासियों को भी खतरा उत्पन्न होता है। जिससे तरह-तरह की बीमारियां घर तक आ जाती है, लेकिन प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार की कार्यवाही न करने से इनके हौसले बुलंद है।
क्यों खामोश है जिम्मेदार
राखड़ से भरे ओवरलोड हाईवा फर्राटा मारकर नियम और कायदों को रौंदते हुए धड़ल्ले से निकल रहे हैं, वहीं कानून के रखवाले सिर्फ अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं। जबकि इससे सड़क उखड़ रही है, जिससे शासन को करोड़ों की क्षति हो रही है जो जनता की खून-पसीने की कमाई है। 24 घंटे फराटे मारकर चलती ओवर लोडिंग गाड़ियां जिले के सड़कों को बदहाली तक पहुंचा रही है। ऐसा नहीं है कि फराटे मारकर राखड़ से लदी ओवरलोड गाड़ियों के बारे में कोई नहीं जानता, या यूं कहे कि इन ओवरलोड वाहनों को अपनी मौन स्वीकृति देते हुए अधिकारी अनजान बने बैठे हैं। जिसके कारण रात-दिन जिले की सड़कों पर राखड़ की गाड़ियां छाती चीर ओवरलोडेड बेखौफ दौड़ रही है और राजू सिंह के चंद सिक्को के फेर में जिम्मेदारों ने आंखे फेर रखी है