फर्जी आंकड़ों से हो रहा अनूपपुर सीएमएचओ का दौरा
आरटीआई से हुआ खुलासा
अनूपपुर। प्रदेष सरकार के सुशासन की जगह भ्रष्टाचार ने ले ली है। जिले में बैठे अधिकारी टूर प्रोग्राम के नाम पर सरकारी धन की बर्बादी कर रहें है। जिस बात की शिकायत जिले के कलेक्टर से की गई है। मामला अनूपपुर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का बताया जा रहा है
जिले में पदस्थ ए के अवधिया मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अनूपपुर द्वारा वाहन प्रयोग, निरीक्षण तथा दूर डायरी एवं दूर प्रोग्राम मे भारी अनिमितता करने का मामला सामने आया है जिस बात की शिकायत हुई है। उक्त मामले में शिकायतकर्ता ने जाचं कराकर कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
स्वास्थ्य अधिकारी जिला अनूपपुर द्वारा दूर डायरी दूर प्रोग्राम निरीक्षण एवं वाहन का प्रयोग में भारी अनिमितता कर शासन को लाखों का चूना लगाने का काम ज़िले के निरीक्षण के नाम पर किया है।
भ्रमण कार्यकम का अनुमोदन नहीं कराया गया
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला अनूपपुर द्वारा प्रस्तावित एवं वास्तविक भ्रमण कार्यकम का अनुमोदन जिला कलेक्टर या मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत से अनुमोदित नही कराया जाता है। जबकि नियमानुसार वास्तविक भ्रमण कार्यकम अनुमोदित कराया जाना चाहिये।
निरीक्षण प्रतिवेदन नही किया संधारित
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा वाहन के प्रयोग के दौरान निरीक्षण प्रतिवेदन संधारित नही किये जाते जबकि नियमानुसार चाहिए उसके आधार पर विभागीय अन्य कार्यवाही का संचालन होना चाहिये।
टूर डायरी का नहीं हुआ संधारण
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा दूर डायरी का संधारण भी नही किया जाता, मनमानें तरीकें से वाहन का प्रयोग कर शासन को लाखों रूपये का चूना लगाया जा रहा है।
इनोवा वाहन प्रयोग की नहीं पात्रता
म०प्र० शासन के नियमानुसार ट्रैक्सी परमिट के वाहन का प्रयोग नही किया जा रहा है। जबकि प्राइवेट लग्जरी वाहन इनोवा का प्रयोग किया जा रहा है क्या इनको इनोवा वाहन प्रयोग की पात्रता है कि जांच किया जाना चाहिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी निर्धारित प्रारूप की लागबुक का संधारण नही किया जा रहा है।
लागबुक से वाहन क्रमांक नदारत
मनमाने तरीकें से रजिस्ट्रर पर लिखकर सूचना के अधिकार के तहत जानकारी प्रदान की गयी है। लागबुक पर प्रयोग किये गए वाहन का वाहन क्रमांक ही नहीं लिखा गया है। लागबुक के अनुसार उक्त वाहन का प्रयोग किस अधिकारी द्वारा किया गया, उसके हस्ताक्षर ही नही है जबकि इनके द्वारा बताया गया कि कई अन्य अधिकारी द्वारा भी वाहन का प्रयोग किया जाता है।
लागबुक में फर्जी आंकड़े दर्ज
लागबुक अनुसार की गयी यात्रा से गतंव्य यात्रा की दूरी इनके हिसाब से कम ज्यादा हो जाती है। दिनांक 10.07.2023 को कलेक्ट्रेट आफिस से जिला अस्पताल बैठक पश्चात आफिस 42 किलोमीटर गाडी चली। 11 जुलाई 2023 को आफिस से कलेक्ट्रेट बैठक फिर वापस आफिस गए 20 किलोमीटर गाडी चली , 12 जून 2023 को आफिस से जैतहरी बैठक 50 कि0मी गाडी चली। 2 सितंबर 2023 को आफिस से कलेक्ट्रेट आफिस चली दूरी 18 कि०मी०, 03.09.2023 आफिस से फुनगा फिर आफिस चली दूरी 81 कि०मी०, 07.09.2023 आफिस से पसला फुनगा बैठक चली दूरी 41 कि०मी, 09.09.2023 को आफिस से फुनगा बैठक दूरी 63 कि०मी०। अतः लांगबुक अनुसार चली दूरी का प्रमाणीकरण भी कराया जाना चाहिएं।
प्राइवेट वाहन से हो रहा दौरा
किराये पर लिये गये वाहन जो कि एक प्राईवेट वाहन की सविसिंग हेतु शासकीय खर्च पर मैहर कि वहां से नागौद गयी चली दूरी 373 कि०मी० , दिनांक 28.08.2023 को वाहन आफिस से सतना वापस अनूपपुर चली दूरी 526 कि०मी० वाहन प्रयोग का उदेश्य क्या था किसके द्वारा उपयोग किया गया वही दिनांक 05.12.2023 को आफिस से मैहर सतना चली, दूरी 314 कि०मी, वही दिनांक 06.12.2023 को सतना मैहर से गाडी वापस आयी तब चली दूरी 290 कि०मी०
दिनांक 14.12.2023 को अनूपपुर से मैहर (सतना) से वापसी पर चली दूरी 560 कि0मी0, दिनांक 22.12.2023 को अनूपपुर, सकरा, सतना चली, दूरी 266 कि0मी0, वही दिनांक 24.12.2023 को सतना से अनूपपुर वापस चली दूरी 289 कि०मी०, 15. दिनांक 29.12.2023 को अफिस से राजेन्द्रग्राम से सतना चली दूरी 333 कि०मी०, वही वापसी में 31. 12.2023 को सतना से राजेन्द्रग्राम चली दूरी 324 कि०मी० फिर राजेन्द्रग्राम से वाहन अनूपपुर नही गया । दूरी में अंतर एवं वाहन प्रयोग का उदेश्य क्या था जांच का विषय है।
वाहन का प्रयोग भी नदारत
माह में कम से कम 2-3 बार वाहन का प्रयोग सतना, मैहर, के लिये किया गया इस बात की जांच की जावे की वाहन प्रयोग किसके द्वारा किया गया तथा उक्त यात्रा का उदेश्य क्या था।
इनका कहना है।
रिकॉर्ड संधारण की जानकारी मुझे नहीं थी लेकिन अब मैं रिकॉर्ड संधारण करने लगा हूं बाकी आप आकर आप इसमें मिल सकते हैं।
ए0के अवधिया, सीएमएचओ, अनूपपुर।