कोतमा रोड में संचालित एपी एस स्कूल का मामला
अनूपपुर। कुछ दिनों पहले हुई बारिश में एक बच्चों से भरी बस नल से पार करने का मामला सामने आया था उसके बाद प्रशासन उक्त बस संचालक पर कड़ी कार्रवाई की लेकिन इस घटना के कुछ दिन बाद ही स्कूल की गाड़ी में क्षमता से अधिक बच्चों का परिवहन करने का मामला सामने आया है घटना जिला मुख्यालय की बताई जा रही है। मुख्यालय में स्कूल नियमों का खुला उल्लंघन कर रहें है। बच्चों के जान को जोखिम में डालकर स्कूल के वाहन दौड़ रहे हैं। स्कूली वाहनों को रोकने के लिए कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौजूद नहीं हैं। निजी स्कूल संचालकों को किसी भी अधिकारी कर्मचारी का डर भी नही है।अनूपपुर जिले में संचालित कई निजी स्कूल जो स्कूली बच्चों वाहनों में ठूंस ठूंस कर बैठाते हैं। जान को जोखिम में डालकर ड्राइवर की बगल की सीट में तीन से चार बच्चों को बैठाते हैं। इसके साथ ही पीछे जहां 5 से 6 बच्चों के बैठने के जगह ,वहां पर 10 से 15 छोटे-छोटे बच्चें बैठे रहते हैं।
ओवरलोडिंग पर पालक भी नहीं दे रहे ध्यान
शहर में चल रहे स्कूली वाहनों में न सिर्फ क्षमता से अधिक बच्चे बैठाए जा रहे हैं। बल्कि उनमें आवश्यक सावधानियां भी नहीं बरती जा रही है। बावजूद इसके पालक भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वे भी बच्चों की जान जोखिम में डालकर उन्हें लापरवाह वाहन चालकों के साथ स्कूल भेज रहे हैं। इससे कभी भी हादसा हो सकता है।