सड़क दुर्घटना में कमी लाने किये जा रहें प्रयास
अनूपपुर। सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए यातायात पुलिस के द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तहत हेलमेट बैंक की शुरुआत की गई है इसमें क्यू आर कोड के माध्यम से आवेदक अपनी जानकारी देकर नजदीकी थाना क्षेत्र से निशुल्क हेलमेट ले सकता है ताकि सफर कर वह सुरक्षित घर तक पहुंच सके। इस अभियान से निश्चित तौर पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने का भी प्रयास किया जा रहा है ताकि हर जिंदगी सुरक्षित रह सके।
हेलमेट बैंक का उद्घाटन जिले के पुलिस अधीक्षक मोती मोती उर रहमान के द्वारा किया गया है यह हेलमेट बैंक यातायात विभाग में संचालित हो रहा है जहां पर महिला व पुरुष दोनों वर्गों के लिए हेलमेट उपलब्ध कराया गया है धीरे-धीरे मांग के आधार पर यह हेलमेट आगे भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इस हेलमेट बैंक से पुलिस ये प्रयास कर रही है कि सड़क दुर्घटना में जाने वाली जिंदगी को सुरक्षित किया जा सके। वहीं कई बार गंभीर घायल भी दुर्घटना का शिकार होकर अपनी जान गवा बैठते हैं और कई बार यह भी देखने को मिला है कि हेलमेट न होने के कारण सफर के दौरान आदमी की जान भी चली जाती है ऐसे में यह हेलमेट उनको सुरक्षित रखने में का काम करेगा। इस हेलमेट बैंक से आने वाले समय में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने का प्रयास होगा।
इस मामले में जब पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान से बातचीत की गई उनके द्वारा बताया गया की यातायात विभाग लगातार सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए तरह-तरह के नवाचार करते आया है इसी के तहत यह हेलमेट बैंक के भी शुरुआत की गई है ताकि लोग सफर के दौरान सुरक्षित रहे। आमतौर पर यह देखने को मिलता है कि सड़क दुर्घटनाओं में कई लोग अपनी जान इसलिए गवा देते हैं कि वह सफल के दौरान दो पहिया वाहन चालक हेलमेट का उपयोग नहीं करते हैं आंकड़े बता रहे हैं की लगातार यातायात पुलिस के द्वारा किए गए नवाचार के कारण वर्ष 2024 में जहां मार्च से जुलाई के बीच में 147 दुर्घटनाएं हुई है जिसमें 201 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं वहीं 79 लोग अपने अपनी जान गवाही हैं लेकिन हेलमेट की चलानी करवाई और ड्रिंक एंड ड्राइव केस के मामले में आई कमी के चलते वर्ष 2025 में मृतकों की संख्या में 14% से भी अधिक कमी देखने को मिली है जहां 2025 में 69 लोगों ने अपनी जान कमाई है वहीं घायल 190 हुए हैं कुल मिलाकर 152 दुर्घटनाएं अभी तक बताई गई है हालांकि इन आंकड़ों के आधार पर अब हेलमेट बैंक कितना मददगार साबित होगा यह आने वाला समय बताएगा।
