अमरकंटक। श्रवण उपाध्याय। मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली , पवित्र नगरी अमरकंटक में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पतित पावनी मां नर्मदा उद्गम स्थली के अनेक संत महात्मा स्वयं योगा किए और आश्रमो में रह रहे सेवक , भक्त आदि की भी इस ओर योग करने को प्रेरित किए । संत महामंडलेश्वर स्वामी रामभूषण दास जी महाराज शांति कुटी आश्रम अमरकंटक ने कहा कि आज 21 जून अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है । 11वें विश्व योग दिवस का आयोजन शासन प्रशासन स्वतः प्रेरित कर सामूहिक योग कार्यक्रमों के माध्यम से हो रहा है । उसमें सभी लोग भाग ले सकते है । हमने भी अपने आश्रम हनुमान सदन राऊ में शिष्यों , भक्तों के साथ मिलकर योग दिवस अवसर पर सभी ने मिलकर योग किया । योग करने से एकाग्रता लाने में सहायक है । योग से शारीरिक और मानसिक लाभ मिलता है । योग से अनेक बीमारियों की रोकथाम की जा सकतीं है । हर प्राणी को योग और व्यायाम करनी चाहिए ।
संत स्वामी लवलीन महाराज परमहंस धारकुंडी आश्रम शाखा अमरकंटक ने बताया कि योग , प्राणायाम , साधना , ध्यान यह संतो की रोजमर्रा में है । अनेक संत योग दिवस के अवसर पर सार्वजनिक कार्यक्रमो में उपस्थित होकर योग किये । हमने भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए और योग , प्राणायाम किया । कई आश्रमों के अंदर भी संत , विद्यार्थी , भक्तों ने मिलकर योग, प्राणायाम किए है । योग साधना सभी को करना चाहिए । हमने प्रातःकाल अपने भक्तों , शिष्यों को आश्रम से लाइव योगा , प्राणायाम , गीता पाठ ज्ञान रोजाना किया जा रहा है ।
