शिवपुरी जनपद पंचायत के महेशपुर में 600 पौधे लगाए गए
– एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत पौधारोपण अभियान जारी
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। जिले की शिवपुरी जनपद पंचायत के अंतर्गत महेशपुर पंचायत में श्ुाक्रवार को एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत पौधारोपण कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर ग्राम पंचायत महेशपुर में 600 पौधे लगाए गए। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव, पूर्व विधायक प्रहलाद भारती, जिला पंचायत के सीईओ उमराव सिंह मरावी, जनपद पंचायत सीईओ गिरिराज शर्मा सहित ग्राम पंचायत के सरपंच रामप्रकाश धाकड़, सचिव भारत सुमन त्रिवेदी, जीआरएस योगेंद्र धाकड़ सहित अन्य ग्रामीण जन और पंचायत के प्रतिनिधिगण मौजूद रहे।
ग्राम पंचायत महेशपुर में 600 पौधे लगाए जाने के दौरान कार्यक्रम में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में एक मां के नाम अभियान के तहत सभी ग्राम पंचायत स्तर पर अभियान चल रहा है। इस अभियान में हर ग्रामीण आगे आए। उन्होंने कहा कि महेशपुर में यहां की ग्राम पंचायत और ग्रामीणों द्वारा मिलकर 600 पेड़ लगाने का अभियान काबिले तारीफ है क्योंकि हरियाली बढ़ाने के लिए पौधारोपण बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज यहां पर जो पौधारोपण हो रहा है उसकी आगे भी देखभाल करें।
इस मौके पर पूर्व विधायक प्रहलाद भारती ने कहा कि एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पूरे प्रदेश भर में पौधारोपण कार्यक्रम चल रहा है। सभी ग्राम पंचायतें और ग्रामीण जन के साथ-साथ सभी जनप्रतिनिधि इस अभियान में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान चलेंगे तो हम लोग पर्यावरण संरक्षण के लिए कुछ काम करेंगे जिसका लाभ सभी लोगों को आने वाले समय में मिलेगा।
जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी ने बताया कि एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पूरे जिले में जिला मुख्यालय से अलावा ग्राम पंचायत स्तर पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि महेशपुर में अभी 600 पेड़ लगाने का काम ग्राम पंचायत द्वारा ग्रामीणों के साथ मिलकर किया जा रहा है।
इस मौके पर महेशपुर ग्राम पंचायत में पौधारोपण के चारों ओर खंड़ों की बाउंड्री वॉल भी करवाई गई है जिसमें ग्रामीणों और पंचायत के लोगों के द्वारा चारों ओर बाउंड्री कर इन लगाए गए पौधों को सुरक्षित रखने का प्रयास किया गया है। इसके अलावा जिस जगह पर पौधारोपण ग्राम पंचायत में आयोजित किया गया वहां पास में ही एक प्राकृतिक जलभराव भी है जिसके कारण जहां पर रोपे गए पौधों को पानी मिल सकेगा।