लोकसभा चुनाव परिणामों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बचाव किया
– पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा- बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के बाद भी भाजपा हार गई थी
– शिवपुरी में पत्रकारों से चर्चा में कही यह बात
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने लोकसभा चुनाव परिणामों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बचाव किया है। पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा के चुनावी परिणामों पर मोदी-योगी को ब्लेम करना ठीक नहीं है। 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने के बाद भी भाजपा हार गई थी। इसके बावजूद हमने अयोध्या में राम लला के मंदिर को अपने एजेंडे से बाहर नहीं किया था। हमारे हर चुनाव में अयोध्या रही थी। उमा भारती ने कहा कि हमने कभी अयोध्या को वोट से नहीं जोड़ा, इसी तरह अब हम मथुरा-काशी को भी वोट से नहीं जोड़ रहे हैं। मथुरा-काशी हमारे हृदय से जुड़े हैं। पूर्व सीएम उमा भारती ने यह बात शिवपुरी में शनिवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही। पूर्व सीएम उमा भारती ग्वालियर से भोपाल जाते वक्त कुछ समय के लिए शिवपुरी में रूकी। इस दौरान शिवपुरी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया स्वागत किया। शिवपुरी में रूकने के बाद यहां पर मीडियाकर्मियों से उन्होंने बात की।
240 सीटें आने का कारण राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा ही बता पाएंगे-
पूर्व सीएम उमा भारती से शिवपुरी में पत्रकारों ने जब पूछा कि भाजपा ने 400 पार का नारा दिया था लेकिन इस बार सीटें कम रह गईं। इस पर अपनी प्रतिक्रिया में उमा भारती ने कहा कि उनकी इच्छा 500 पार की थी, लेकिन भगवान हर इच्छा पूरी नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आप को प्रधान सेवक कहा था। हम सबने अपने आप को मोदी का परिवार कहा था। इसके बावजूद मंशा अनुरूप सीटें नहीं आईं, इसकी समीक्षा भाजपा करेगी। क्योंकि मैं समीक्षा करने वाली टीम में शामिल नहीं हूं। 400 की जगह 240 सीटें आने का कारण राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा ही बता पाएंगे।
जरूरी नहीं जो भाजपा को वोट नहीं दे, वह रामभक्त नहीं- उमा भारती
शिवपुरी में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उमा भारती ने कहा, जरूरी नहीं जो भाजपा को वोट नहीं दे, वह रामभक्त नहीं। हर रामभक्त भाजपा को वोट देगा, ऐसा अहंकार हमें नहीं पालना चाहिए। उमा भारती ने कहा, पहले हिंदू समाज का मन समझना होगा। हिंदू समाज, समाज व्यवस्था और धर्म व्यवस्था को एक नहीं करता है। उधर, इस्लामिक समाज है जो समाज व्यवस्था और धर्म व्यवस्था को एक करके चलता है। उसी हिसाब से अपना वोट देता है। लेकिन हिंदू समाज सामाजिक व्यवस्था के अनुरूप वोट देता है। हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि हिंदुओं की रामभक्ति कम हो गई है। वे रामभक्त तो हैं, लेकिन किसी कारणवश वोट भाजपा को नहीं देना चाहते हैं।