सिकल सेल मरीजों को दिया गया डिजिटल कार्ड इलाज में होगी आसानी
अनूपपुर। एक ऐसी बीमारी जिससे समूचा विश्व ही जूझ रहा है ऐसे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने जिले भर में सिकल सेल एनीमिया के मरीजों के लिए पहचान कराई। उन मरीजों का चयन किया जिनमें खून कमी हो रही हो। जिले भर से आए मरीजों को परामर्श के साथ जरूरी दवा और परेशानी से बचने के लिए एक डिजिटल कार्ड भी प्रमाण पत्र के साथ प्रदान किया गया है। इसलिए आज स्वास्थ्य विभाग आज विश्व सकल सेल दिवस भी मना रहा है आयोजित हुए कार्यक्रम में जिला अस्पताल के स्वा सहायता भवन में विश्व सकल सेल दिवस के लिए सीकल सेल एनीमिया हेतु जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रमुख रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष के अलावा नगर पालिका उपाध्यक्ष, वार्ड पार्षद, जिला प्रशासन की तरफ से जिलाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी के अलावा सिविल सर्जन, समस्त डॉक्टर, नर्स के अलावा नर्सिंग महाविद्यालय अनूपपुर की छात्राएं भी काफी संख्या में मौजूद रही।
नर्सिंग महाविद्यालय अनूपपुर की छात्रों के द्वारा सिकल सेल के लक्षण आम लोगो को समझाने के लिए एक मंची नाटक का भी आयोजन किया गया। जिसमें बहुत ही खूबसूरती के साथ ग्रामीण अंचलों में सिकल सेल और एनीमिया जैसी बीमारी जो की खून की कमी से हो रही है के बारे में जानकारी दी गई। छात्राओं ने यह भी बताया की जानकारी के अभाव में ग्रामीण अंचलों में इस बीमारी को इलाज की जगह झाड़ फूंक से ठीक किया जा रहा है जबकि यह पूर्णता गलत है इसका इलाज जिला चिकित्सालय में ही हो सकता है शासन स्तर पर इसके लिए काफी प्रयास लगातार किए जा रहे हैं जिसके चलते अभी तक कुल 24148 मरीज का पंजीयन किया गया है जिसमें लगभग 2 37569 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है इस स्क्रीनिंग के बाद लगभग 215 873 लोग नेगेटिव पाए गए हैं वहीं कुछ लोगों में सुधार और दवा के माध्यम से राहत दी जा सकती है जिनकी संख्या 15607 है तो वहीं दूसरी ओर 18 जून तक लगभग जिले में 2771 रोगी सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित पाए गए हैं जिनके लिए लगातार जांच पड़ताल और कैंप के माध्यम से लोगों को स्वस्थ्य सुविधा दी जा रही है और उन्हें बीमारी से निजात दिलाने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं के अलावा अच्छे खान-पान अच्छी चिकित्सा व जिला चिकित्सालय में हर बार पंजीयन व अन्य प्रक्रिया से न गुजरना पड़े उसके लिए बाकायदा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के द्वारा लोगों को एक डिजिटल कार्ड भी उपलब्ध कराया गया है जिसके माध्यम से लोगों को कम समय में बेहतर इलाज वह अन्य सुविधाएं मिल सके।
आमतौर पर इस बीमारी का इलाज थोड़ी सी जानकारी के चलते आसानी से किया जा सकता है बस परिवार के सदस्यों को इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि परिवार के सदस्यों खास कर छोटे बच्चों में कहीं शरीर में दर्द, सांस लेने में कठिनाई के अलावा शरीर के पिछले हिस्से में की मांसपेशियों में सूजन की शिकायत तो नहीं है उसके लिए तुरंत ही जिला अस्पताल में पहुंचकर खून की जांच करना चाहिए और उचित परामर्श लेकर शारीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करना चाहिए। इतना ही नहीं इस तरह के लक्षण आमतौर पर शरीर में खून की मात्रा कम बनने के चलते होती है इसलिए इसकी जांच भी समय-समय पर करते रहना चाहिए।