अनूपपुर। बीती रात पगना गांव जंगली हाथी के उत्पात मचाने के बाद घटी घटना के बाद आज सुबह मृतक के घर में मातम पसरा रहा। गांव में विरोध को देखते हुए प्रशासन ने काफ़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया। आनन फानन में प्रदेश के मुखिया के द्वारा 10 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी गई साथ ही सरकारी नौकरी का वादा किया गया। जिसके बाद परिजन शव का दाह संस्कार करने को तैयार हुआ। इतना ही नहीं 2 माह से लगातार जंगली हाथी की बने रहने के लिए अब वन विभाग हाथी का रेस्क्यू करने की तैयारी कर रहा है।
लगातार जंगली हाथी गांव की तरफ रख कर रहा था लोगों के घरों को तोड़फोड़ कर उनके खेतों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचाने का प्रयास जंगली हाथी करता रहा था बीते दिन भी जंगली हाथी के द्वारा एक व्यक्ति की जान ले ली गई वहीं दो लोग अन्य घायल हुए हैं हवा फायरिंग किए जाने के बाद दो लोगों को गोली छूकर निकल गई जिससे वह पूरी तरह घायल हो गए घटना के तुरंत बाद ही मौके पर इतना विरोध हुआ कि पुलिस की गाड़ी को ग्रामीणों ने जमकर तोड़फोड़ मचाई इसके बाद प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया।
अंतिम संस्कार करने के लिए परिजन इस बात पर अड़े हुए थे कि परिवार को आर्थिक मदद के साथ हाथी का रेस्क्यू भी किया जाए जिस बात के लिए वन विभाग व जिला प्रशासन भी तैयार हो गया लेकिन यह तब हुआ जब कई लोगों की जान चली गई।
पुष्पराजगढ़ के विधायक पुष्पराजगढ़ लगातार घटने पर अपनी नजर बनाए हुए थे उनका भी यही कहना था कि आदिवासी की जिंदगी जितनी सस्ती है इसका फायदा हर कोई उठाना चाह रहा है 2 साल से हाथी गांव के आसपास मौजूद था लेकिन वन विभाग में उसका रेशों नहीं किया और ना ही किसी ने आदिवासियों की आंसू पहुंचने का काम किया है अब कार्यवाही के नाम पर वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों पर भी गाज गिरनी चाहिए।