कई विभागों की फाइलें जलीं, रिकार्ड भी जला
– कलेक्टर कार्यालय में आगजनी के पीछे कौन अब सबसे बड़ा सवाल
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। शिवपुरी जिला मुख्यालय पर स्थित कलेक्टर कार्यालय में शुक्रवार व शनिवार की रात को अचानक आग लग गई। कलेक्टर कार्यालय में हुई इस आगजनी में विभिन्न विभागों का रिकार्ड जलकर खाक हो गया है। शनिवार की सुबह कलेक्टर कार्यालय में इस आग लगने की घटना के बाद कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। बताया जाता है कि शनिवार को सुबह कलेक्टर कार्यालय के नजूल शाखा में स्थित कक्ष में धुंआ उठते हुए यहां पर तैनात सैनिकों के द्वारा देखा गया। इसके बाद तुरंत फायर बिग्रेड व एसडीआरएफ की टीम ने इस आग पर काबू पाया।
आग लगाए जाने के सीसीटीवी फुटेज सामने आए-
शिवपुरी के कलेक्टर कार्यालय में शनिवार हुई आगजनी के मामले में अब नया खुलासा हुआ है। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज सामने आएं जिसमें दो युवक यहां पर रात के समय कार्यालय के एक कक्ष में आग लगाते हुए दिख रहे हैं। इस मामले में अग्नि दुर्घटना की जांच पुलिस अधीक्षक द्वारा कराई जा रही है। कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने कहा है कि इस आगजनी की घटना में रिकॉर्ड के कोई महत्वपूर्ण दस्तावेजों की क्षति नहीं हुई है। अग्नि दुर्घटना से नजूल शाखा, भू-अर्जन शाखा, विधि शाखा तथा शिकायत शाखा आदि संचालित हैं। इन कमरों के पीछे भाग में नजारत शाखा का स्टोर था, जिसमें कुछ अनुपयोगी फर्नीचर एवं अन्य सामग्री रखी थी। तत्काल अग्नि शमन का कार्य फायर विग्रेड, नगरपालिका एवं एसडीआरएफ की टीम ने किया और आग पर काबू पाया गया।
मजिस्ट्रियिल जांच एडीएम करेंगे-
इस घटना की मजिस्ट्रियिल जांच अपर जिला दण्डाधिकारी दिनेश चंद्र शुक्ला के द्वारा की जा रही हैं। आगजनी की घटना के संबंध में जिस किसी भी व्यक्ति को ऐसे किसी भी तथ्य का ज्ञान हो जिससे अग्नि दुर्घटना के कारणों को जानने में सहायक हो, वह न्यायालय अपर कलेक्टर शिवपुरी के कक्ष में उपस्थित होकर कार्यालयीन समय में 25 मई तक प्रस्तुत कर सकता है।
कई विभागों का रिकार्ड जला-
कलेक्टर कार्यालय में विभिन्न विभागों के दफ्तर हैं। इसी बीच कलेक्टर कार्यालय में स्थित नजूल शाखा, शिकायत शाखा, यातायात शाखा सहित अन्य विभागों की जो रिकॉर्ड रखा था उसमें अचानक सुबह के वक्त आग लगी है। इस आग में कई विभागों का रिकार्ड जलने की सूचना है। वहीं इस मामले में कलेक्टर ने सफाई दी है और कहा है कि इस आगजनी की घटना में रिकॉर्ड के कोई महत्वपूर्ण दस्तावेजों की क्षति नहीं हुई है। फिर अब पूरा मामला जांच की जद में है। आने वाले समय में ही यह खुलासा हो सकेगा कि इस आग के पीछे कौन-कौन लोग शामिल हैं और उनका मकसद क्या था।