अमरकंटक की वर्षा ऋतु केवल आंखों को ही नहीं बल्कि आत्मा को भी स्निग्ध करती है
अमरकंटक। श्रवण उपाध्याय। अमरकंटक – मां नर्मदा की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक जो मध्यप्रदेश का धार्मिक और पर्यटन स्थल है । अमरकंटक में कई दिनों से वर्षा ऋतु की छटा से स्वर्गिक आभा बिखर रही है । नर्मदा उद्गम स्थल के रूप में विख्यात यह नगरी हरियाली , बादलों से घिरी पहाड़ियों और झरनों की गूंज से ऐसा परिदृश्य प्रस्तुत हो रहा है , जो हर आगंतुको के मन को मोह रहा है ।
चारों ओर हरियाली और बादलों का खेल
बरसात की बूंदों से नहाए वृक्ष , धुंध से ढकी घाटियाँ और घुमड़ते बादलों के बीच झांकती धूप – मानो प्रकृति स्वयं चित्रकार बनकर धरती पर रंग बिखेर रही हो ।
“अमरकंटक की वादियाँ का हो रही बरसात में मानो किसी चित्रकार की अद्भुत कलाकृति प्रतीत होती हैं।”
नदियाँ और झरनों का संगीत
नर्मदा , सोन और जोहिला नदियाँ भारी वर्षा जल से क्षेत्र लबालब होकर जंगल और जीवन में हरियाली भर रही हैं । झरनों की गूंजती ध्वनि दूर दूर तक वातावरण को प्रफुल्लित कर रही है ।
“जलप्रपातों की गर्जना और नदियों की कलकलाहट यहाँ का वास्तविक संगीत है।”यह देख लगता है धरती पर ही स्वर्ग उतर आया हो ।
हरियाली का आनंद लेने बढ़ रहे पर्यटकों की संख्या
बरसात के इस मौसम में पर्यटकों का तांता लगा रहता है । देशभर से प्रकृति प्रेमी यहाँ पहुँचते रहते हैं । पर्यटन विभाग ने सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतजाम किए हुए हैं । जो
“अमरकंटक का यह जादुई रूप हर आगंतुको को जीवनभर की यादें दे जाता है।”
शांति और आत्मिक सुकून का अनुभव
अमरकंटक का यह प्राकृतिक रूप देख केवल आँखों को आनंदित ही नहीं करता बल्कि आत्मा को भी गहरे सुकून से भर देता है । नर्मदा तट पर बैठकर बरसात का आनंद लेना हर व्यक्ति के लिए अविस्मरणीय अनुभव बन रहा है । “बरसात में अमरकंटक की वादियाँ आत्मा तक को शांति का अनुभव कराती हैं।”
स्थानीय अर्थव्यवस्था में रौनक
पर्यटकों की बढ़ती आवाजाही से स्थानीय होटल , धर्मशालाएँ , आश्रम और बाजार भी गुलजार हो उठे हैं । व्यापारियों के चेहरे पर रौनक देखने लायक रहती है । बरसात का मौसम अमरकंटक को अद्वितीय रूप प्रदान करता है । हरियाली , धुंध और झरनों का संगम इस नगरी को धरती पर स्वर्ग का आभास कराता रहता है । लेकिन अमरकंटक की लगातार अनेक दिनों तक भारी बारिश यहां के रहवासियों को मुसीबत भी लगने लगती है ।
आज शुक्रवार को दोपहर बाद खूब खुला धूप निकल कर लोगों को बारिश से राहत दिलाया और धूप का आनंद भी मिला ।