अमरकंटक। श्रवण उपाध्याय। अमरकंटक – मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में आज पुनः नगर पालिका कार्यालय अमरकंटक द्वारा वार्ड क्रमांक 10 स्थित नर्मदा तट के पास रामघाट क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई । नगर परिषद की टीम ने बिना अनुमति लगाए गए ठेले , दुकानें और अन्य अस्थायी निर्माण हटाए तथा रास्ते को पुनः साफ और सुगम बनाया ।
प्रशासन का कहना है कि शासकीय भूमि पर बिना पूर्व अनुमति कोई भी व्यापारिक गतिविधि करना नियमों के विरुद्ध है ।
नगर परिषद सीएमओ चैन सिंह परस्ते ने कहते हुए स्पष्ट किया कि नगर पालिका की स्वीकृति के बिना कोई भी व्यक्ति दुकान , ठेला या अन्य व्यापारिक गतिविधि सार्वजनिक स्थल या शासकीय भूमि पर नहीं कर सकता । यदि कोई नगर परिषद कर्मचारी स्वयं से ऐसी अनुमति देता है या किसी प्रकार का मौन समर्थन करता है , तो उसके विरुद्ध भी कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी ।
हालांकि इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय दुकानदारों में असंतोष देखा गया । उनका कहना है कि यदि पहले से ही नगर पालिका द्वारा कोई निर्धारित और व्यवस्थित स्थान व्यापार के लिए तय कर दिया जाता , तो बार-बार की यह स्थिति उत्पन्न ही नहीं होती । कई दुकानदारों ने अपनी कठिनाइयों को साझा करते हुए कहा कि वे अपनी छोटी सी पूंजी से ही अपने परिवार का भरण-पोषण और बच्चों की शिक्षा का खर्च चलाते हैं । इस तरह की अनिश्चितता और बार-बार की तोड़फोड़ से उनका जीवन संकट में आ जाता है।
दुकानदारों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ नगर परिषद में कर्मचारी है जो स्थानीय हैं , वे व्यवहार में पक्षपात और अनावश्यक दबाव बनाते रहते हैं ।
स्थानीय व्यापारियों और ठेला संचालकों ने मांग की है कि नगर परिषद द्वारा एक बार स्पष्ट रूप से और समान रूप से सभी व्यापारियों को नियत स्थान आवंटित कर दिया जाए , जिससे भविष्य में इस प्रकार की परेशानी ना हो और उन्हें सम्मानजनक ढंग से अपना व्यापार करने का अवसर मिल सके ।
वार्ड पार्षद देवानंद खत्री का कहना है कि बार बार हटाने से अच्छा है कहीं निश्चित जगह दे देना चाहिए ।