ग्राम पंचायत मसूर पानी में पक्की सड़क न होने के कारण बच्चों का स्कूल जाना हुआ मुश्किल
उमरियार । रामकृपाल विश्वकर्मा। ग्राम पंचायत मसूरपानी अंतर्गत झींकाताल गांव की सड़क की जो बरसात में कीचड़ के गढ्ढों में बदल जाती है। यह सड़क लगभग 3 किलोमीटर लंबी है, जिसमे हर समय लोगों का आवागमन बना रहता है। पर बरसात आते ही सड़क में पानी भर जाता है, और वाहनों के चलने से घुटनों तक कीचड़ बन जाने से आगमन दुर्गम हो जाता है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह सड़क को डामरीकरण कराने के लिए हम लोग कब से मांग कर रहे हैं पर अभी तक किसी ने ध्यान नहीं दिया।
विधायक जी सड़क बनवा दीजिए ताकि बच्चे सुरक्षित स्कूल पहुंच सकें
स्कूली बच्चों ने कहा की हम रोज इसी रास्ते से साईकिल चलाकर पिनौरा पढ़ने जाते हैं। बरसात में कीचड़ से कई बार कपड़े गीले और गंदे हो जाते है। तो कितनी बार साईकिल फिसल जाती है। और हम गिर जाते है। विधायक जी सड़क बनवाइए ताकि हम बच्चे सुरक्षित स्कूल जा सके।
वहीं स्कूल वाहन चालक उमेश साहू निवासी झींकाताल ने बताया कि बरसात में साईकिल,मोटरसाइकिल क्या ये स्कूल वैन भी बड़ी मुश्किल से चलती है। क्योंकि कीचड़ घुटनों तक भरता है। गाड़ी फिसल जाती है। इस रोड को लोगों के चलने लायक बनाने में मदद कीजिए।
काका दशरथ साहू ने बताया कि झींकाताल से पिनौरा के लिए यह कच्चा रास्ता पास पड़ता है। इसलिए दिन – रात लोग इस रास्ते से आना जाना करते हैं, स्कूल वाहन भी बच्चो को लेकर यहां से जाती है। पर कीचड़ हो जाने से बहुत परेशानी है। पैदल चलना, गाड़ी चलाना बरसात में मुश्किल हो जाता है। यह सड़क डामरीकरण हो जाए तो सबके लिए अच्छा हो जाए।
आपको बता दें कि झींकाताल पूरी तरह खेती बाड़ी पर निर्भर गांव है। और यहां के किसान सब्जियां उगाते हैं और आसपास के बाजारों में उसे बेच कर इनके आमदनी का मुख्य श्रोत है, जो बाजार हाट के लिए इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। पर बरसात में हर किसी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।