अवधिया के राज में सब कुछ आल इज वेल
ज़िला स्वास्थय विभाग का मामला
अनूपपुर। देश के मुखिया न खाऊंगा न खाने दूंगा की बात जरूर कह रहे हैं लेकिन मार्च के महीने में बजट को निपटने का काम प्रदेश के अनूपपुर जिले के स्वाथ्य विभाग में बखूबी देखने को मिल रहा है। जिसका नजारा आज स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आयोजित उमंग के कार्यक्रम में देखने को मिला। जहां एक ही मंच से स्वास्थय विभाग के 7 कार्यक्रम कर लाखों के बजट को ठिकाने लगा दिया। जिसमें बकायदा शिक्षा विभाग भी कदल ताल मिलाता नजर आया।
अनुपपुर जिले के होटल गोविंदम में बीते 2 मार्च से 5 मार्च तक उमंग स्कूल हेल्थ एंड वैलनेस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के समस्त कर्मचारियों अधिकारियों के अलावा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी उपस्थित थे इस चार दिवसीय प्रशिक्षण में लगभग 139 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया।
2 से 5 मार्च को हुआ आयोजन
आयुष्मान भारत कार्यक्रम अंतर्गत विद्यालयों में उमंग स्कूल हेल्थ एवं वैलनेस कार्यक्रम का संचालन किया जाना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक हाईस्कूल तथा हायर सेकेंडरी स्कूल के एक पुरुष तथा एक महिला नोडल शिक्षक का प्रशिक्षण 2 मार्च से 5 मार्च तक आयोजित किया गया।
एक मंच 7 कार्यक्रम
आयोजित हुए आज के कार्यक्रम एक ही मंच के माध्यम से
एचआईवी, तंबाखू नियंत्रण कानून, महिला जागरूकता, समेत एक ही छत के नीचे 139 शिक्षकों को जानकारी दी गई। जो स्कूल में बच्चे को जाकर समझाइश देगे।
मिला गोल मोल जवाब
जब इस मामले में हमारे द्वारा मुख्य चिकित्सा स्वास्थय आधिकारी के द्वारा बताया गया की हमारा कार्यक्रम नहीं बल्कि शिक्षा विभाग का है मगर जानकारी लेने पर पता चला की शिक्षा विभाग में केवल टीचर उपलब्ध कराया है बाकी का सारा कार्यक्रम
एनआर एचएम और मुख्य चिकित्सा विभाग के द्वारा सारा बजट और कार्यक्रम कराया जा रहा है।
बजट ठिकाने लगाने हुआ आयोजन
जिस योजना का प्रचार प्रसार का एनजीओ के माध्यम से किया जाना है तो आज मुख्यालय स्थित एक होटल में इन सारे एनजीओ के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शिक्षा विभाग के अधिकारी समेत मास्टर ट्रेनर्स भी काफी संख्या में मौजूद रहे यह तैयारी इसलिए भी की गई ताकि अच्छी खासी रकम को स्वास्थ्य विभाग बजट की आड़ में ठिकाने लगा सके।
बंद कमरे में हुआ आयोजन
मौजूदा समय में मौजूदा समय में धूम्रपान से एक वर्ग काफी जूझ रहा है इसकी चपेट में काफी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, दूसरी ओर एचआईवी जैसी बीमारी की जानकारी न होने के कारण लोग इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। महिलाओं को जागरूक करने का भी काम काफी बृहद स्तर पर सरकार के द्वारा किया जा रहा है लेकिन जिन योजनाओं का प्रचार प्रसार आम जनमानस को लाभ
इसका मिलना चाहिए था उसे महज होटल के एक कमरे में ही करके लाखों रुपए का वारा न्यारा करने का काम स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किया जा रहा है।
खुद का भवन, बावजूद होटल में हुआ कार्यक्रम
जिला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अस्पताल के कैंपस में एक बड़ा हाल कार्यक्रम के लिए मौजूद है। उस जगह पर कार्यक्रम न कर कर एक निजी होटल में इस तरह का आयोजन किया गया। विभाग दिखावे के लिए यह प्रशिक्षण कर रहा है इसका लाभ आम जनमानस को मिलने से रहा। तभी तो शासकीय जगह छोड़कर यह कार्यक्रम एक निजी होटल में आयोजित कराया गया।