अनूपपुर। जिले के ग्राम पंचायत डोला, डूमरकछार व बनगवां को नगर परिषद बनाए गया था। ग्राम पंचायत से नगर परिषद बनने के बाद नियम विरुद्ध कर्मचारियों की संविलियन भर्ती की गई थीं। नियम विरुद्ध संविलियन भर्ती का मामला सामने आने के बाद जांच के आदेश दिए गए थे। 5 फरबरी जांच के बाद भोपाल से एक पत्र जारी किया गया हैं। पत्र में उल्लेख है कि आठ संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी जो नियम विरुद्ध संविलियन भर्ती में शामिल थे। उनके खिलाफ़ एफआईआर के निर्देश दिए गए हैं।
अनूपपुर। जिले के ग्राम पंचायत डोला, डूमरकछार व बनगवां को नगर परिषद बनाए गया था। ग्राम पंचायत से नगर परिषद बनने के बाद नियम विरुद्ध कर्मचारियों की संविलियन भर्ती की गई थीं। नियम विरुद्ध संविलियन भर्ती का मामला सामने आने के बाद जांच के आदेश दिए गए थे। जांच के बाद 5 फरवरी को भोपाल से एक पत्र जारी किया गया हैं। पत्र में उल्लेख है कि आठ संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी जो नियम विरुद्ध संविलियन भर्ती में शामिल थे। उनके खिलाफ़ एफआईआर के निर्देश दिए गए हैं।
पत्र में उल्लेख हैं की ग्राम पंचायत डोला में 9 कर्मचारी कार्यरत थे। ग्राम पंचायत डोला को नगर परिषद बनाने की घोषणा की गई थी।घोषणा के बाद ही ग्राम पंचायत में 50 कर्मचारियों को नियम विरुद्ध तरीके से भर्ती किया गया। जिससे नगर परिषद डोला में संविलियन हो सके। इसी तरह ग्राम पंचायत बनगवां में 11 कर्मचारी कार्यरत थे। ग्राम पंचायत बनगवां को नगर परिषद बनाने की घोषणा की गई थी। घोषणा के बाद ही ग्राम पंचायत में 64 कर्मचारियों की भर्ती की गई। जिससे इनका संविलियन नगर परिषद में हो सके। इसी तरह ग्राम पंचायत डूमरकछार में 12 कर्मचारी कार्यरत थे। नगर परिषद बनने की घोषणा के बाद 53 कर्मचारियों को नियम विरूद्ध भर्ती कर लिया गया।
2 करोड़ से अधिक का भुगतान
पंचायतकालीन कर्मियों का नगर परिषद डोला में संविलियन करने पर निकाय को माह नवंबर, 2021 तक लगभग 76 लाख की आर्थिक क्षति हुई। कूटरचना के माध्यम से नगर परिषद डोला में मानदेय कर्मियों का नियमित पदों पर संविलियन निकाय को आर्थिक क्षति हुई। नवगठित नगर परिषद डूमरकछार में 12 कर्मचारी कायर्रत थे। जहां बिना किसी कार्य के 53 कर्मचारियों का मानदेय निकाला गया। नगर परिषद डूमरकछार में पंचायतकालीन कर्मियों का संविलियन किए जाने पर माह नवंबर, 2021 से लगभग 81 लाख की आर्थिक क्षति हुई है। इसी प्रकार से नवगठित नगर परिषद बनगवां में 11 कर्मचारियों के साथ 64 कर्मचारियों का नियमित पदों पर संविलियन कर दिया गया। इससे नगर परिषद बनगंवा में पंचायतकालीन कर्मियों का संविलियन से माह नवंबर, 2021 तक लगभग 98 लाख की आर्थिक क्षति हुई है।
इन अधिकारी एवं कर्मचारियों का मिली भगत
तीनो नगरीय निकायों में तत्कालीन अधिकारी, कर्मचारी, पदाधिकारी जांच में दोषी पाए गए। जिसमें तत्कालीन डिप्टी कलेक्टर एवं एसडीएम विजय कुमार डेहरिया अनूपपुर, तत्कालीन नायब तहसीलदार वृत्त बदरा दीपक तिवारी, मकबूल खान तत्कालीन संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन एवं विकास शहडोल, संदीप सिंह उरैती तत्कालीन उपयंत्री नगर परिषद कोतमा, रामसेवक हलवाई तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी डोला, विकास चंद्र मिश्रा तत्कालीन मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका कोतमा, शांति देवी तत्कालीन सरपंच ग्राम पंचायत डोला, राजकिशोर शर्मा तत्कालीन सचिव ग्राम पंचायत डोला, गीता तत्कालीन सरपंच ग्राम पंचायत डूमरकछार, रजनीश प्रसाद शुक्ला तत्कालीन सचिव ग्राम पंचायत डूमरछार, रानी पनिका तत्कालीन सरपंच ग्राम पचांयत बनगवां व राजेश कुमार तत्कालीन सचिव ग्राम पचांयत बनगवां शामिल हैं।