बारिश भी न रोक सकी गरबा की थाप

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अनूपपुर में भक्ति और उत्सव का अनोखा संगम .. माँ जगदम्बा की आराधना बनी अविस्मरणीय

अनूपपुर।  नवरात्रि पर्व पर आयोजित ढोली तारों गरबा महोत्सव इस बार अविस्मरणीय बन गया। शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय प्रांगण में मूसलाधार बारिश के बीच भी हजारों श्रद्धालुओं ने माँ की भक्ति और लोकनृत्य का उत्साह बनाए रखा। भीगे हुए वातावरण में श्रद्धा और संस्कृति का अनोखा संगम देखने को मिला।

बारिश में भी जोश बरकरार

भारी वर्षा के बावजूद श्रद्धालु मैदान में डटे रहे। न डांडिया की थाप रुकी, न भक्तों का जोश। आयोजन स्थल पर उत्साह का आलम ऐसा रहा मानो बारिश उत्सव का हिस्सा बन गई हो।

आयोजन की शुरुआत और संचालन

शाम ढले कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। उद्घोषक पलक तिवारी और अशोक शर्मा ने लगातार जोश भरे शब्दों से प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया। आयोजन संचालक अनुभव अग्रवाल और उनकी टीम ने बारिश से उपजी दिक्कतों का तुरंत समाधान करते हुए पूरे कार्यक्रम को व्यवस्थित रखा।

बच्चों का आकर्षण

छोटे बच्चों का निडर नृत्य और मासूम मुस्कान सबसे भावुक क्षण रहे। पानी में भीगकर भी उनका जोश दर्शकों को मंत्रमुग्ध करता रहा।

महिलाओं और कलाकारों की प्रस्तुति

माताओं और बहनों की डांडिया थाप में माँ की भक्ति का तेज साफ झलकता रहा। प्रशिक्षित गरबा और डांडिया टीमों ने कठिन मौसम में भी अनुशासित और ऊर्जावान प्रस्तुति दी, जिसने समारोह की गरिमा को और बढ़ाया।

क्षेत्रीय सहभागिता

इस गरबा महोत्सव की विशेषता यह भी रही कि जैतहरी और धनपुरी से भी प्रतिभागी शामिल हुए, जिन्होंने अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम को और भव्य बनाया।

मीडिया कवरेज और सोशल मीडिया पर गूंज

मीडिया पार्टनर थर्ड आई टीम ने कार्यक्रम की विशेष कवरेज की। भीगे दर्शक और कलाकारों के वीडियो व तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए, जिससे अनूपपुर का यह उत्सव और दूर-दूर तक चर्चित हुआ।

अतिथि और लोगों की गरिमामय उपस्थिति

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक अनूपपुर, नगर पालिका अनूपपुर, विधायक प्रतिनिधि शैलेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष सोनाली पिंटू तिवारी, SDOP व TI अनूपपुर उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने प्रतिभागियों के जज़्बे की सराहना की।

आयोजक समिति की मेहनत

आयोजन समिति से अशोक शर्मा, अनुभव अग्रवाल, अन्नपूर्णा शर्मा, शिवानी वर्मा, रूपाली श्रीवास्तव, अजय पांडे व अन्य ने मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाया। सुरक्षा, प्राथमिक उपचार और फिसलन से बचाव की विशेष व्यवस्था की गई।

बारिश ने बढ़ाई उत्सव की आत्मा

मुख्य आयोजक अनुभव अग्रवाल ने कहा “बारिश ने उत्सव को रोकने के बजाय उसकी आत्मा को और भी प्रखर कर दिया। हमारी आस्था और संस्कृति मौसम की परवाह नहीं करती।”

12 वर्षों का सफर और यादगार पल

2012 से लगातार 12 वर्षों से जारी इस आयोजन को इस बार की बारिश-भरी रात ने और भी ऐतिहासिक बना दिया। स्थानीय लोगों ने इसे प्रेरणादायक और अविस्मरणीय बताया।