तांडव नाम के टाईगर का सेटेलाइट कॉलर खराब, बेहोश कर बदला गया

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बांधवगढ़ कुछ महीने पहले शिवपुरी के माधव टाईगर रिजर्व में लाया गया था तांडव

– पुराना सेटेलाइट कॉलर बदलकर नया पहनाया

-टाइगर तांडव को पहले टीम ने बेहोश किया फिर बदला कॉलर

शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। शिवपुरी के माधव टाइगर रिजर्व में बांधवगढ़ से लाए गए मेल टाइगर एमटी 5 (तांडव) की कालर आईडी से अधिकारियों को सेटेलाइट सिगनल नहीं मिल पा रहे थे। इस कारण मानीटरिंग टीम और अधिकारियों को उसकी लोकेशन नहीं मिल पा रही थी। इसी के चलते माधव टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने एमटी-5 को ट्रेकुलाइज कर उसकी कालर आईडी बदली है। इस कार्रवाई के दौरान कॉलर बदलने के लिए टाइगर तांडव को पहले टीम ने बेहोश किया। इसके बाद पुराना सेटेलाइट कॉलर निकालकर नया बांधा गया। इसी सेटेलाइट कॉलर से टाइगर की ट्रैकिंग की जाती है।

पुराना सेटेलाइट कॉलर बदलकर नया पहनाया-

माधव टाइगर रिजर्व की उप संचालक प्रियांशी सिंह ने बताया कि नर बाघ एमटी-5 को निश्चेतन कर पुराना सेटेलाइट कॉलर निकालकर नया सेटेलाइट कॉलर सफलतापूर्वक पहनाया गया। सेटेलाइट कॉलर बदलने में वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. जितेंद्र कुमार जाटव, कूनो वन्य प्राणी चिकित्सक एवं डब्ल्यूआईआई की टीम, दक्षिण रेंज के परिक्षेत्र अधिकारी और टाइगर रिजर्व के अमले का सहयोग रहा। अधिकारियों का कहना है कि टाइगर जब बांधवगढ़ से आया था तब से ही उसकी कालर आईडी के सेटेलाइट सिग्नल प्रोब्लम दे रहे थे, हालांकि टीम उसे रेडियो सिग्नल के आधार पर मानीटर कर रही थी।

अब मौसम बदलेगा तो टाइगर दूसरे एरिया में घूमने जा सकता है-

अधिकारियों ने बताया है कि सेटेलाइट कॉलर खराब होने की शिकायत ऊपर की गई तो डब्ल्यूआईआई से पहले तो मैसेज आया कि स्वत: ठीक हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। माघव टाइगर रिजर्व की अधिकारियों ने बताया है कि फिलहाल तो टाइगर एक ही क्षेत्र में स्थिर था इस कारण ज्यादा परेशानी नहीं थी, लेकिन आने वाले दिनों में मौसम बदलेगा तो टाइगर दूसरे एरिया में भी घूमने जा सकता है। ऐसे में उसकी मानीटरिंग में किसी भी तरह की परेशानी न हो इसी के चलते यह बदला गया है।

पसंद आ रहा टाईगरों को यहां का जंगल-

शिवपुरी के माधव टाईगर रिजर्व में इस समय कुल सात टाईगर व शावक हैं। पांच टाईगर यहां पर दूसरे स्थानों से लाए गए हैं। जबकि दो शावकों का जन्म यहां पर हुआ है। पिछले दिनों शिवपुरी शहर के झांसी रोड पर एक टाईगर लोगों को दिखा था। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। माधव टाइगर रिजर्व के अधिकारियों का कहना है कि माधव टाइगर रिजर्व के अंदर जार्ज कैसल कोठी के पास छोड़ी गई फीमेल टाइगर को मझेरा क्षेत्र का जंगल काफी रास आया है। ऐसे में वह कभी-कभी रोड कॉस करके इस जंगल में भी घूमने जाती है।