प्रतियोगिता जीतने वाले प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
कोतमा। शासकीय महाराजा मार्तंड महाविद्यालय में 18 नवंबर से 21 नवंबर तक भारतीय ज्ञान परंपरा के अंतर्गत सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न विधाओं लोकनृत्य, लोकगीत, भाषण, पोस्टर निर्माण, निबंध और सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम आयोजन के समापन में प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया है कार्यक्रम की श्रंखला में प्रतिभागियों को जनभागीदारी समिति सदस्य एवं अखिल भारतीय पत्रकार कल्याण संघ के जिला अध्यक्ष रामभुवन गौतम के आतिथ्य में प्रमाण पत्र वा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गए।
छात्रों ने दिखाई प्रतिभा हुए सम्मानित
तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालयीन स्तर में लोक नृत्य विधा में खुशी सेन बीएससी द्वितीय वर्ष,लोक गीत विधा में दिव्या सेन बीए द्वितीय वर्ष,भाषण में ज्ञानेंद्र द्विवेदी बीए तृतीय वर्ष,पोस्टर निर्माण में अदिति गौतम बीएससी तृतीय वर्ष,निबंध में श्रुति पनिका बीएससी तृतीय वर्ष एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में दीपाली वर्मन, नेहा सिंह,आशीष त्रिपाठी सहित सभी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, साथ सभी प्रथम स्थान प्राप्त विजेताओं का जिला स्तर पर होने वाले आयोजन में चयन हुआ है। समापन समारोह में सभी विधाओं में विजेता रहे प्रतिभागियों को जनभागीदारी समिति सदस्य एवं अखिल भारतीय पत्रकार कल्याण संघ के जिला अध्यक्ष रामभुवन गौतम के आतिथ्य में प्रमाण पत्र वा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गए। सांस्कृतिक कार्यक्रम लोकनृत्य में 16 ,लोकगीत मे 10,भाषण में 02,निबंध में 73,पोस्टर में 57 एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में 71 महाविद्यालयीन छात्र छात्राओं ने अपनी सहभागिता देकर कार्यक्रम को सफल बनाया । उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई ।
भारत की संस्कृति ही भारतीय ज्ञान और परंपरा का मूल है: रामभुवन गौतम
समापन समारोह के दौरान अखिल भारतीय पत्रकार कल्याण संघ के जिला अध्यक्ष रामभुवन गौतम ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत की संस्कृति ही भारतीय ज्ञान और परंपरा का मूल है, भारत की संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है जो की पूरे विश्व के लिए प्रेरणादाई और विश्व निर्माण की श्रृंखला में अग्रणी रही है। आधुनिक युग में पश्चात सभ्यता के हावी होने के कारण भारतीय संस्कृति आज खतरे में पड़ी हुई है जिसे हम परंपरा और त्योहारों के माध्यम से पुनः मजबूती प्रदान करेंगे, श्री गौतम ने कहा कि महाविद्यालय द्वारा भारतीय परंपरा और संस्कृति विषय पर शैक्षिक कार्यक्रम रखकर महाविद्यालय ने परंपरा और संस्कृति को आगे बढ़ने का कार्य किया है जो की सराहनी कदम है। वहीं उक्त कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विनय कुमार सोनवानी द्वारा समापन उद्बोधन प्रस्तुत किया गया। अंत में प्रभारी भारतीय ज्ञान परंपरा मोहम्मद मोबीन द्वारा मंच का संचालन एवं सभी गणमान्य,स्टाफ एवं उपस्थित छात्र छात्राओं का आभार व्यक्त किया गया।