शरदोत्सव कार्तिक पूर्णिमा पर अमरकंटक के अनेक आश्रमों में चला विशाल भंडारा

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अमरकंटक। श्रवण उपाध्याय। मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक में शारदीय नवरात्रि के पूरे दिवस माता देवी दुर्गा के अनेक स्वरूपों की पूजन आराधना चलती रही । अमरकंटक के कल्याण सेवा आश्रम में प्रथम दिवस सैकड़ों कन्याओं ने कलश यात्रा , भगवती शक्ति की शोभा यात्रा नगर भ्रमण करते हुए निकाली गई तथा मां नर्मदा उद्गम पहुंच तपस्वी बाबा कल्याण दास जी महाराज ने पूजन अर्चन बाद वापस कल्याण आश्रम पहुंच मंदिर में विराजित भगवती शक्ति के सभी रूपों की नव दिवसीय पूजन , पाठ , आरती तथा रात्रि निशा हवन लगातार चलता रहा । दशहरा के पावन अवसर पर नगर भंडारा आयोजित किया गया और आज शरद पूर्णिमा पर संतो , भक्तो हेतु शरद पूर्णिमा की रात्रि अमृत वर्षा रूपी खीर प्रसाद स्वरूप भंडारे में वितरण किया गया ।
आज शारदोत्सव स्ना.दा.व्र कार्तिक पूर्णिमा पर शांति कुटी आश्रम में सैकड़ों साधु संत महात्माओं , कन्याओं , ब्राम्हण , पंडा पुजारियों और शिष्य , भक्तों हेतु विशाल भंडारा का आयोजन किया गया । जिसमें खास तौर पर आज शाहपुरा क्षेत्र के विधायक ओम प्रकाश धुर्वे भी आश्रम में पधार कर प्रसाद ग्रहण किए ।
आज ही शरद पूर्णिमा को गीता स्वाध्यय आश्रम में भी साधु संतो , कन्याओं , ब्राम्हणों , शिष्य भक्तो को प्रसाद ग्रहण कराया गया । इसी तरह अमरकंटक के अनेक साधु संतो ने शरद पूर्णिमा के विशेष पर्व पर खीर पूड़ी , मिष्ठान का भंडारा कर प्रसाद ग्रहण कराया जाता है ।
शरद पूर्णिमा सनातन धर्म में विशेष महत्व का माना जाता है और इस दिन खीर का विशेष महत्व रहता है । स्वामी श्रीमहंत रामभूषण दास जी ने बतलाया की ऐसा माना जाता है की इस दिन चांद अपनी सभी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होकर रात बारह बजे अमृत वर्षा करता है । खुले आसमान के नीचे बर्तनों में खीर बना कर रख दिया जाता है । मान्यताओं अनुसार शरद पूर्णिमा अश्विन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पड़ता है । अमृत वर्षा रूपी खीर को सभी लोगो में बांटा जाता है जिसे श्रद्धा पूर्वक ग्रहण करते है ।
अमरकंटक में आज श्रद्धालुजन , भक्तगण , पर्यटक भारी संख्या में पधारकर मां नर्मदा स्नान , पूजा पाठ बाद दार्शनिक स्थलो का भ्रमण करते है ।

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