वन विभाग के अधिकारी और दबंगों ने किसान को खेत पर जाने से रोका, तो मूंगफली लेकर पहुंचा किसान कलेक्टर कार्यालय, कलेक्टर कार्यालय में बिछाई मूंगफली
– बाद में अधिकारियों ने दी समझाइश
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। शिवपुरी मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई के दौरान एक किसान जगत सिंह लोधी ने अपने पत्नि के साथ ने अनोखा प्रदर्शन किया। वन विभाग के अधिकारी और दबंग से परेशान इस किसान ने अपने ट्रैक्टर टोली में मूंगफली लाकर कलेक्टर कार्यालय के सामने बिछा दी और आरोप लगाया कि उसके खेत पर जाने से वन विभाग के अधिकारी और कुछ दबंग रोक रहे हैं। भौंती थाना क्षेत्र के ऊमरीकलां किसान जगत सिंह लोधी ने शिकायत करते हुए बताया कि उसकी जो जमीन है उसे जोतने नहीं दिया जा रहा है। वन विभाग के अधिकारी और कुछ दबंग लोग उसकी जमीन तक उसे जाने नहीं दे रहे हैं। उसने बताया कि उसकी जमीन के आगे वन विभाग की जमीन है और इसी जमीन से उसके खेत तक रास्ता जाता है लेकिन उसे रोका जा रहा है और वन विभाग के अधिकारियों ने कुछ लोगों से मिलीभगत कर लगभग 200 बीघा वन भूमि को कुछ दबंगों को सौप दिया है।
कलेक्ट्रेट परिसर में मूंगफली फैला दी-
शिवपुरी में मंगलवार को किसान जगत सिंह लोधी अपनी पत्नि के साथ जनसुनवाई में ट्रैक्टर सहित पहुंचा। वह खेत में बुआई के लिए रखी मूंगफली भी बोरी में भरकर साथ ले आया। किसान का आरोप था कि उसे उसका खेत नहीं जोतने दिया जा रहा। किसान का कहना था कि वह अपनी मूंगफली लेकर आया है जो उसे खेत में बोने नहीं दी जा रही। इसके बाद किसान ने यह मूंगफली कलेक्टर कार्यालय के सामने फैला दी। किसान का इस तरह का यह प्रदर्शन देखकर अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए।
अधिकारियों ने दिया कार्रवाई का भरोसा-
किसान जगत सिंह लोधी ने बताया कि उसकी 14 बीघा जमीन फॉरेस्ट की जमीन से लगी हुई है, जिसका पिछले साल सीमांकन भी कराया था, लेकिन उसकी जमीन का रास्ता फॉरेस्ट की जमीन से होकर जाता है। किसान ने आरोप लगाए कि जंगल की जमीन में वन अधिकारियों के शह पर वीट गार्ड के सहयोग से मूंगफली की खेती करवा दी गई है। किसान ने बताया कि वन भूमि के साथ रेंजर ने उसकी 14 बीघा जमीन पर भी मूंगफली की फसल की बुआई करवा दी है। कलेक्टर कार्यालय के सामने एक किसान द्वारा मूंगफली फैलाने की सूचना मिलते ही एडीएम दिनेश शुक्ला सहित एसडीएम जनसुनवाई केबिन से बाहर आए और राजस्व और वन विभाग की टीम को मौके पर भेजकर जांच करवाने का आश्वासन दिया।