प्राचीन विठ्ठल मंदिर – मंदिर में नाम सप्ताह उत्सव 143 वर्षो से मनाया जा रहा है,
प्रातः 6 :30 बजे काकड़ा आरती के साथ नाम सप्ताह उत्सव का प्रारंभ हुआ,
प्रदेश का पहला मंदिर जहां नाम सप्ताह उत्सव के दौरान 7 दिनों तक अखंड भजनों की होती है प्रस्तुति
खंडवा। मनीष गुप्ता। खंडवा की अती प्राचीन विट्ठल मंदिर में परंपरागत श्री नाम सप्ताह उत्सव इस वर्ष भी सात दिन सतत बहुत हर्षोल्लास से मनाया जाएगा, जिसका शुभारंभ आज से प्रारंभ हो चुका है, प्रतिदिन भगवान के श्रृंगार के साथ पूजा अर्चना एवं 24 घंटे भजनो की प्रस्तुति अलग-अलग मंडलों द्वारा प्रस्तुत की जाएगी, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि “1882 ” से प्रतिवर्ष यहाँ आषाढ़ मास में सतत सात दिवसीय “श्री नाम सप्ताह ” उत्सव मनाया जाता आ रहा है , जिसमे सात दिन 24 घण्टे भगवान के भजन बारी-बारी से होते है।
यह अखंड पारम्परिक “नाम सप्ताह” उत्सव ‘142’ वर्षो से बिना किसी अवरोध के शांति पूर्ण तरीके से धार्मिक पुस्तक के साथ मनाया जा रहा है।
इस वर्ष भी यह पारम्परिक प्राचीन उत्सव 15 जुलाई से ” 22 जुलाई तक तिथि अनुसार मनाया जा रहा है जिसका शुभारंभ सोमवार से हो चुका है,17 जुलाई को आषाढ़ी एकादशी मनाई जाएगी। 21 जुलाई को गुरुपूर्णिमा मनाई जाएगी। जिसमें परंपरानुसार , श्री गुरु सच्चिदानंद महाराज की पादुका का पूजन , किया जाएगा। विट्ठल मंदिर की पुजारी श्री राम श्याम आष्टेकर ने बताया कि 22 जुलाई को शाम 5 बजे भगवान श्री पंढरीनाथ (विट्ठल) की पालकी निकलेगी,नाम सप्ताह उत्सव मे
कई भजन मंडल जैसे -सत्य साईं समिति , अथर्वशीर्ष भजन मंडल मराठी समाज विष्णु सहस्रनाम मंडल, विट्ठल मंदिर महिला भजन मंडल , रामायण मंडल, हरे राम मंडल ,कसेरा समाज भजन मंडल, गुरव समाज मंडल, संत सिंगाजी भजन मंडल ,यादव समाज मंडल, पासी समाज मंडल, मराठा समाज मंडल, बालाजी भजन मंडल, दादाजी भजन मंडल, माँ भगवती जागरण मंडल,एवम विभिन्न महिला मंडल कई वर्षों से उत्सव को सफल बना रहे है।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भीसभी भक्तों , पहरों (भजन मंडलियों )से निवेदन हे ,की इस वर्ष भी इस पारंपरिक नाम सप्ताह उत्सव को बड़े हर्षोल्हास के साथ पूर्ण गरिमा रखते हुए सफलतापूर्वक मनाए।