



खमरिया विद्यालय में पदस्थ शिक्षिकाओं का निलंबन भेदभावपूर्ण, सच्चाई से अनजान है विभाग
अनूपपुर। कमिश्नर शहडोल संभाग बीएस जामोद ने अनूपपुर जिले के जैतहरी विकासखंड की प्राथमिक शाला खम्हरिया का आकस्मिक निरीक्षण किया था और निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने शिक्षकों की उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया तथा मौके पर उपस्थित शिक्षिका से स्कूल में पदस्थ शिक्षकों की जानकारी ली। उपस्थित शिक्षिका ने बताया था कि प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल खम्हरिया में पांच शिक्षक पदस्थ हैं जिसमें दो शिक्षक अनुपस्थित हैं। कमिश्नर ने स्कूल से मनमानी तौर पर शिक्षिकाओं के अनुपस्थित रहने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए दोनों को सस्पेंड कर दिया था। जिनमे अनुपस्थित शिक्षिका अंजूलता सिंह बघेल और शिक्षिका प्रार्थना प्रजापति को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। वहीं जांच के दौरान पाया गया कि विद्यालय में पदस्थ और भी शिक्षक हैं जो मौके पर उपस्थित नहीं थे और उपस्थिति पंजी में उनके हस्ताक्षर भी नहीं थे लेकिन सभी को आवेदन देते हुए सिर्फ दो शिक्षिकाओं जिसमें अंजुलता सिंह और प्रार्थना प्रजापति को ही निलंबित किया गया है। पीड़िता ने बताया कि मेरे द्वारा अपने सारे कार्य समय पर किए गए हैं लेकिन मुझे ही क्यों निलंबित किया गया जबकि मैंने अपने विद्यालय के कार्य से बाहर गई हुई थी और अपना सारा कार्य समय पर पूरा किया था वही इस तरह के एक तरफ से कार्यवाही से महिला शिक्षिका प्रार्थना प्रजापति काफी दुखी हैं उन्होंने कहा कि मैं अपने कर्तव्य के प्रति सजग हूं मेरी इस कार्यवाही पर पुनः विचार करने की आवश्यकता है। आपको बता दें कि इन दोनों विद्यालयों में बच्चों के प्रवेश की गतिविधियां और अन्य तरह के क्रियाकलाप चल रहे हैं जिस कारण से विद्यालयों में शिक्षकों का आना-जाना चलता रहता है ऐसे में पूर्व दिनों में खमरिया विद्यालय में शिक्षिका प्रार्थना प्रजापति की अनुपस्थिति पर हुए कार्यवाही के बाद शिक्षा विभाग की गतिविधियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।