भाजपा ने आपातकाल दिवस मनाया, काला दिवस के रूप में संगोष्ठी का हुआ आयोजन
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। देश में 25 जून, 1975 को आपातकाल घोषित किया गया था और यह 21 मार्च, 1977 तक जारी रहा। इस अवधि को नागरिक स्वतंत्रता के दमन के तौर पर देखा जाता है। इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के इस कदम का विरोध करने वाले नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। यह बात जिला अध्यक्ष राजू बाथम ने एक निजी होटल में आयोजित आपातकाल दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आपातकाल को भारत के संसदीय इतिहास पर ऐसा काला धब्बा करार दिया, जब संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था और देश को जेलखाना बना दिया गया था। लोकसभा चुनाव में भी राहुल गांधी समेत सभी कांग्रेसी नेताओं ने ये प्रचार किया था कि बीजेपी संविधान बदलना चाहती है। लेकिन सच तो यह है कि संविधान को अगर किसी ने बदला है तो वह कांग्रेस है जो संविधान बाबा साहब अंबेडकर ने लिखा उसमें कांग्रेस ने लगभग 99 बार फेर बदल कांग्रेस की सरकार द्वारा किया गया है।
पूर्व विधायक राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त नरेंद्र बिरथरे ने कहा कि कि भारत के लोकतंत्र पर जो काला धब्बा लगा था, उसके 50 साल हो रहे हैं। भारत की नई पीढ़ी इस बात को कभी नहीं भूलेगी कि भारत के संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था। पीएम मोदी ने कहा कि इस दिन संविधान के चिथड़े-चिथड़े उड़ा दिये गये थे। देश को जेलखाना बना दिया गया था। इस अवसर पर मीसाबंदियों का शाॅल व माला पहनकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के संयोजक हेमंत ओझा द्वारा किया गया। संचालन महामंत्री गगन खटीक द्वारा किया गया।