विधायक बांधवगढ , कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत ने घुलघुली हुए शामिल
शिव मंदिर तालाब मालियागुड़ा को पत्रकारों ने लिया गोद
उमरिया।रामकृपाल विश्वकर्मा। प्रदेश के मुख्यमंत्री डा० मोहन यादव के आव्हान पर उमरिया जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान में पहले दिन ही जोर पकड लिया है । ग्रामीण क्षेत्रों में अपने तालाबों को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने की होड मच गई है । अब किसी भी ग्राम पंचायत में तालाब के किनारें गैती फावडे लिए गांव के सभी लोग अपनी धरोहर को बचाने के लिए उतावले हो चुके है। पाली जनपद पंचायत के मलियागुडा ग्राम पंचायत के शिवमंदिर तालाब तथा करकेली जनपद पंचायत के पटपरिहा तालाब में विधायक बांधवगढ विधानसभा क्षेत्र शिवनारायण सिंह , कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन, डीएफओ विवेक सिंह, सीईओ जिला पंचायत अभय सिंह, संजय गांधी ताप विद्युत केन्द्र के मुख्य अभियंता शशिकांत मालवीय, एसडीएम पाली टी आर नाग, अनुविभागीय अधिकारी वन कुलदीप त्रिपाठी एवं बिगेन्द्र सिंह पटेल ,सीईओ जनपद पंचायत कुंवर कन्हाई , जनप्रतिनिधि दिलीप पांडे, जिला पंचायत सदस्य बेला अर्जुन सिंह सैय्याम, तहसीलदार करकेली दिलीप सोनी, उप पंजीयक आशीष श्रीवास्तव, जिला समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान सुशील मिश्रा, जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक रविन्द्र शुक्ला, एन आर एल एम की टीम, जन अभियान परिषद की टीम , पंचायत समन्वयक श्री चनपुरिया, जनपद सदस्य , संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंच तथा पाली एवं जिला मुख्यालय उमरिया के पत्रकार अरूण त्रिपाठी, के जी पाण्डेय, संजय तिवारी, अरूण व्दिवेदी, दीपू त्रिपाठी, प्रवीण तिवारी, आशीष दुबे, ओपी गुप्ता, इनायत खान, दीपक विश्वकर्मा सहित सैकडो लोगो ने उत्साह के साथ श्रमदान किया । शासकीय सेवकों , महिला मण्डल ताप विद्युत केन्द्र की अध्यक्ष अर्चना मालवीय के नेतृत्व में महिलाओं तथा पुरूषो तथा युवकों ने पसीना बहाया ।
जिले में जल संरक्षण अभियान को जन अभियान के रूप में संचालित करने के सकारात्मक परिणाम पहले ही दिन मिलने लगे है अभियान के प्रथम दिन तालाब के घाटों की साफ सफाई , गाद निकालने का कार्य तथा कूडे कचरे का निदान किया गया जिसमें सैकडो लोगों ने अपनी सहभागिता निभाई कार्यक्रम के आयोजन को लेकर गांव में उत्साह का वातावरण ग्रामीण जन तगाडी, कुदाली, गैती, फावडा लिए तालाब की ओर दौडे चले आ रहे आयें क्यो नहीं आखिर उनके गांव की धरोहर के संरक्षण का सवाल कौन नहीं अपने घर, गांव की धरोहर का संरक्षण नही चाहता है अब यह अभियान जन चर्चा तथा जल चर्चा का अभियान बनता जा रहा है ।