बिना पीएम हुआ अंतिम संस्कार
उमरिया। देव लाल सिंह। मुख्यालय से सटे कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम अमड़ी के दुलहरी टोला में दो बैगा आदिवासी मासूम बेटियों की तालाब में डूबने से दर्दनाक मौत होने की खबर है।बताया जाता है कि कुछ स्थानीय लोग तालाब में मछली मार रहे थे,जिसको देखकर दो मृत बच्चियां तालाब में नहाने लगी,इसी बीच मछली मार रहे स्थानीय जन तालाब से चले गए,पर मासूम बेटियां वही नहाती रही,इसी बीच कब गहरे पानी मे चली गई किसी को पता ही नही चला,बताया जाता है कि इसी बीच तालाब में स्थानीय युवक नहा रहा था,जिसे बेटियों के डूबने की जानकारी लगी,जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ और दोनों मृत बेटियों को तालाब से बाहर निकालकर घर लाया गया है,और देर शाम अंतिम संस्कार किया गया है,ये दोनों बेटियां 07 से 08 वर्ष की बताई जा रही है,जो स्थानीय बाबू बैगा एवम रवि बैगा की बेटियां बताई जा रही है।सूत्रों की माने तो इस मामले की खबर सम्बन्धित कोतवाली पुलिस को नही दी गई और चोरी चुपके दोनों बेटियों का आनन-फानन में अंतिम संस्कार किया गया है,जो दुर्भाग्यपूर्ण है।अतिसंवेदनशील इस मामले में पूरी घटना क्यों छिपाई गई,और चोरी चुपके जल्दबाजी में बिना पीएम आदि के अंतिम संस्कार क्यों कर दिया गया,यह एक बड़ा सवाल है,इसके अलावा इस मामले में यह भी बड़ी बात है कि जब गांव का सरपंच चन्दन बैगा भी आदिवासी बैगा समाज से था, तो पीड़ित आदिवासी परिजनों को क्यों नही समझाईश दी गई।विदित हो कि पानी मे डूबने से आश्रित परिवार या परिजनों को प्रदेश सरकार चार लाख की सहायता राशि देती है,बैगा परिवार की बेटी की मौत के बाद अब आश्रित परिवार सहायता राशि से भी महरूम हो गया है।