होमस्टे में प्राकृति की गोद में रहने का आनंद ले रहे हैं पर्यटक
– पारंपरिक संस्कृतिक लोक कलाओं से अवगत होंगे टूरिस्ट
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड की फार्म स्टे योजना और जिला प्रशासन की पहल से जिला शिवपुरी के ग्राम हातोद में फार्म स्टे का तेजी से विकास हो रहा है। मप्र पर्यटन बोर्ड द्वारा प्राकृतिक सुरम्य स्थलों और पहाड़ियों से घिरे ग्राम हातोद में फार्म स्टे बनाए जा रहे हैं। यह फार्म स्टे सैलानियों के लिए सुकून पाने की जगह बन रही है और उन्हें प्राकृतिक वातावरण का अहसास करा रही है। वहीं, ग्रामीणों को इससे रोजगार के अवसर मिल रहे हैं।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नवाचार –
इस नवाचार से गांव के विकास के साथ ही ग्रामीण संस्कृति को देश-विदेश तक पहुंचने में मदद मिल रही है। देशी-विदेशी सैलानी यहां ठहरने के लिए आ रहे हैं। यहां आने वाले पर्यटक होमस्टे में रहकर पारंपरिक संस्कृति, लोक कलाओं के अलावा प्रकृति की गोद में रहने का आनंद ले रहे हैं। होम स्टे में सैलानियों को स्थानीय व्यंजनों का स्वाद मिल रहा है। फार्म स्टे पर देशी-विदेशी अतिथियों को किफायती दर पर आवास और भोजन की सुविधा मिल रही है। विदेशी पर्यटक यहां भारतीय संस्कृति और आतिथ्य से परिचित हो रहे हैं। जिले में माधव नेशनल पार्क के नजदीक और सघन जंगल तथा पहाड़ियों से घिरे ग्राम हातोद में ठहरने का लुफ्त उठाने वाले पर्यटकों को जैविक खेती के माध्यम से शुद्ध भोजन मिल रहा है।
ग्राम हातोद में फार्म स्टे
ग्राम हातोद में फार्म स्टे (वेरागड़ लिविंग) के संचालक जसमीत ग्रेवाल बताते हैं कि होम स्टे में सैलानियों को स्थानीय व्यंजनों का स्वाद चखने के साथ-साथ पर्यटकों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यहां पर जैविक खेती के माध्यम से उत्पन्न अनाज, सब्जी, दाल, दूध, घी आदि का ही प्रयोग किया जाता है। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि इस योजना से ग्राम का विकास हो रहा है और ग्रामीणों की स्थिति में सुधार हो रहा है। सभी ग्रामीण पर्यटन विभाग की इस पहल से खुश हैं। फार्म स्टे की वजह से देश-विदेश के लोग ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर यहां की संस्कृति को समझ रहे हैं। साथ ही, बाहर से आए पर्यटकों की वजह से ग्रामीण क्षेत्र का विकास हो रहा है और लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।