अनूपपुर। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा अमरकंटक में होमस्टे योजनाओं के प्रचार-प्रसार की दृष्टि से कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। होमस्टे योजनाओं में पंजीकरण के माध्यम से गृह स्वामियों को अपने घर के अतिरिक्त कमरे, दुसरे रिक्त पड़े भवन, फार्म हॉउस एवं ग्राम के निवास को पंजीकृत करने का सुनहरा अवसर प्राप्त होता है, जिससे अतिरिक्त आय प्राप्त होती है, साथ ही देश-विदेश के पर्यटकों से मिलने, संस्कृतियों के आदान-प्रदान करने के अवसर प्राप्त होते हैं।
मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रदेश में पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति, परम्पराओं एवं खानपान का अनुभव कराने एवं ठहरने के लिए स्वच्छ एवं आरामदायक आवास उपलब्ध कराने, निजी क्षेत्र की सहभागिता से आवासीय कक्षों की संख्या में वृद्धि करवाने एवं स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन करने हेतु रिस्पॉसिबल टूरिज्म मिशन अंतर्गत होमस्टे पंजीयन संबंधी 4 योजनाओं मध्यप्रदेश होमस्टे योजना 2010 (संशोधित 2018), मध्यप्रदेश बेड एण्ड ब्रेकफास्ट स्थापना (पंजीयन तथा नियमन) योजना 2019, मध्यप्रदेश ग्राम स्टे स्थापना (पंजीयन तथा नियमन) योजना 2019 एवं मध्यप्रदेश फार्मस्टे स्थापना (पंजीयन तथा नियमन) योजना 2019 को लागू किया गया है।
मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के संचालक (कौशल) डॉ. मनोज कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि वर्तमान परिदृश्य में होमस्टे की उपयोगिता एवं प्रासंगिकता को ध्यान में रखते हुए होमस्टे संबंधी योजनाओं के प्रचार-प्रसार करने एवं निजी क्षेत्र के हितधारकों को योजना से जोड़कर स्थानीय स्तर पर रोजगार के नवीन अवसर प्रदान करने की दृष्टि से 05 मार्च 2024 को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में दोपहर 2ः00 बजे से शाम 4ः00 बजे तक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यशाला में होमस्टे योजनाओं के संबंध में जानकारी प्रदान की जाएगी, जिसमें ऐसे हितधारक शामिल हो सकते हैं जो अतिरिक्त भवन/कक्ष को पर्यटकों हेतु उपलब्ध कराना चाहते हैं। कार्यशाला में होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधि, अमरकंटक के गणमान्य नागरिकों, व्यवसायियों एवं जमीनी स्तर पर कार्यरत शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों को भी शामिल किया जायेगा। इस कार्यशाला में मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड, भोपाल के प्रतिनिधियों द्वारा योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की जाएगी एवं इच्छुक हितधारकों के नवीन पंजीयन हेतु आवेदन करने संबंधी समस्त जानकारी प्रदान की जाएगी। कार्यशाला का आयोजन जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद, अनूपपुर के सहयोग से किया जा रहा है।