कन्या छात्रावास किरगी के नए भवन का मामला
परियोजना क्रियान्वयन इकाई कर रहा निर्माण की निगरानी
ग्राम पंचायत किरगी में बन रहा सीनियर कन्या छात्रावास का नवीन भवन
अनूपपुर। पुष्पराजगढ़ जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत किरगी में बना रहे कन्या छात्रावास सीनियर के भवन निर्माण का कार्य द्वितीय तल पर पहुंच गया है। इसकी निगरानी लोक निर्माण विभाग की परियोजना क्रियान्वयन ईकाई कर रहा है। निर्माण के साथ गुणवत्ता की पोल भी खुलती नजर आ रही है। जमीन से छत तक ले जाने वाले सीढ़ी के कालम की टेढ़ी ऊंचाई इंजीनियरिंग की मिसाल पेश करती नजर आ रही है वहीं कई जगह छत और कालम से सरिया भी बाहर झांक रहें है। मगर विभाग सरकारी पैसों की बर्बादी करने वाले के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है।
पुष्पराजगढ़ में बना रहे सीनियर कन्या छात्रावास के नए भवन की लागत लगभग 3 करोड रुपए बताई जा रही है उक्त निर्माण लगभग 6000 स्क्वायर फीट में चल रहा है जिसे कोरबा की निर्माण कंपनी योगेश कंस्ट्रक्शन कर रही है प्रथम तल में सीढ़ी के लिए डाले गए कालम की ऊंचाई ऊपर जाते-जाते टेढ़ी हो रही है जिससे गुणवत्ता में समझौता सॉफतौर पर देखने को मिल रहा है वही छत के लिए खड़े किए गए बीम और छत कालम से सरिया बाहर नजर आ रहे हैं जिसके कारण तकनीकी कमी साफ तौर पर देखने को मिल रही है तो वहीं दूसरी ओर ढलाई के बाद छत में होने वाली तराई में कमी भी साफतौर पर देखने को मिल रही है जिसके चलते नया भवन सीपेज के साथ अन्य समस्याओं की संभावना बढ़ती नजर आ रही है।
सरकारी धन की बर्बादी
जिस तरह का निर्माण कार्य मौके पर देखने को मिल रहा है उससे निश्चित तौर पर गुणवत्ता में अनदेखी और ठेकेदार के साथ विभाग की मिलीभगत इस ओर इशारा जरूर कर रही है कि कहीं न कहीं शासकीय पैसों की बंदरबाट जमकर की गई है इसी के चलते निर्माण कार्य में हो रही निगरानी के मामले में विभाग आंखें मूंदे बैठा हुआ है।
तिरछी हो गई सीढ़ी की कालम
पुष्पराजगढ़ बस स्टैंड के पीछे बन रहे कन्या सीनियर छात्रावास के कालम की तिरछी ऊंचाई लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है जिस तरह का निर्माण मौके पर देखने को मिल रहा है उसमें कहीं भी तकनीकी गुणवत्ता नजर नहीं आ रही है यह कहना भी गलत नहीं होगा कि अगर विभाग की मिली भगत है तो अनदेखी को भी छुपाने का काम जल्द ही शुरू होने वाला है।
निर्माण कार्य में नहीं रखा गुणवक्ता का ध्यान
आमतौर पर बड़े कंस्ट्रक्शन में कालम और छत की ढलाई के समय कंक्रीट डालने के साथ ही वाइब्रेटर इसलिए चलाया जाता है ताकि कलम में गिट्टी, रेट, सीमेंट का भराव अच्छे से किया जा सके और उसमें बनने वाली पानी की बूंद और हवा को वहां से हटाया जा सके ताकि कंक्रीट ठोस तैयार हो लेकिन पुष्पराजगढ़ की कन्या सीनियर छात्रावास के नवीन भवन में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिल रहा है।
विभाग ने बंद रखी अपनी आंख
जिस तरह से उक्त छात्रावास के निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है उसे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभागीय मिलीभगत के बिना यह संभव नहीं है लगातार ऊंचाई की तरफ जा रहा कलम तिरछा होता जा रहा है भवन की मुख्य कलम से सरिया बाहर साफ नजर आ रहा है कई जगह पर तो छत की सरिया सेंटरिंग प्लेट हटाने के बाद साफ नजर आ रही है जिससे यह कहना गलत नहीं होगा कि कहीं ना कहीं निर्माण के समय लगातार आंखें बंद रखने का काम विभाग करता आया है।