SDRF की टीम नदी में तलाश में जुटी
एक माह में दूसरी मौत, निर्माण एजेंसी पर फिर उठे सवाल
उमरिया । डी के यादव। कछरवार गांव में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। उमरार नदी पर बनाए गए अस्थायी डाइवर्सन को पार करते समय 55 वर्षीय रामजी पांडे निवासी अचला तेज बहाव में बह गए। हादसे की सूचना मिलते ही SDRF और सिविल लाइन थाना चौकी की टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया।
पुलिया अधूरी, डाइवर्सन बना मौत का रास्ता
उमरार नदी पर पुलिया का निर्माण बीते साल से अधूरा पड़ा है। आवागमन के लिए निर्माण एजेंसी द्वारा अस्थायी डाइवर्सन बनाया गया था, जो बुधवार रात की तेज बारिश में बह गया। गुरुवार सुबह रामजी पांडे उसी रास्ते से पार कर रहे थे, तभी तेज बहाव में फिसलकर बह गए।
14 अगस्त को भी इसी जगह हुई थी युवक की मौत
यह पहला हादसा नहीं है। महज एक माह पहले 14 अगस्त को भी इसी डाइवर्सन पर एक युवक की जान चली गई थी। इसके बाद भी एजेंसी और प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया।
ग्रामीणों का फूटा गुस्सा – “पुल बनता तो आज लोग जिंदा होते”
गांव के लोगों ने हादसे के लिए निर्माण एजेंसी को जिम्मेदार ठहराया है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिया का काम समय पर पूरा होता, तो डाइवर्सन की जरूरत ही नहीं पड़ती और दो लोगों की जान नहीं जाती।
प्रशासन अलर्ट, लेकिन राहत नहीं
मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौजूद है। SDRF की टीमें सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। लेकिन लगातार दो घटनाओं से गांव में डर और नाराजगी का माहौल है।
अब सवाल ये है कि— कब पूरा होगा पुल? और कब तक डाइवर्सन ऐसे ही मासूम जिंदगियों को निगलता रहेगा?