नगर पालिका के तीन सीएमओ को किया जा चुके हैं सस्पेंड
– शिवपुरी नगर पालिका में सड़कों की सुधार के नाम पर 16 लाख से फर्जी पेमेंट का मामला
-एसडीएम की जांच रिपोर्ट के बाद कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र में दर्ज हुआ था मामला
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। शिवपुरी नगर पालिका में 16 लाख से ज्यादा का फर्जी पेमेंट मामले में 10 हजार रुपए के ईनामी फरार ठेकेदार अर्पित शर्मा ने शिवपुरी कोर्ट में सरेंडर कर दिया। न्यायालय में सरेंडर किए जाने के बाद पुलिस ने दो दिन का डिमांड लिया है। अब पुलिस आरोपी ठेकेदार अर्पित शर्मा को जेल भेजने से पहले इस मामले में पूछताछ करेगी। शिवपुरी नगर पालिका में 16 लाख रुपए के फर्जी पेमेंट के इस मामले में नगर पालिका के दो इंजीनियरों के अलावा ठेकेदार अर्पित शर्मा पर एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले में पूर्व में दो इंजीनियर गिरफ्तार हो चुके हैं। ठेकेदार अर्पित शर्मा फरार था जिस पर पुलिस द्वारा 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इस फरार ठेकेदार पर पूर्व से आधा दर्जन से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं।
हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत खारिज हुई-
10 हजार के इनामी फरार ठेकेदार अर्पित शर्मा की हाईकोर्ट ग्वालियर से अग्रिम जमानत अर्जी खारिज हो गई। इसके बाद दूसरे ही दिन ठेकेदार ने शिवपुरी कोर्ट में ठेकेदार अर्पित शर्मा ने सरेंडर कर दिया। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने जो मामला दर्ज किया था उसमें आरोप है कि नगर पालिका शिवपुरी में अतिरिक्त प्रभारी के रूप में एई सतीश निगम और सब इंजीनियर जितेंद्र परिहार ने फर्जी माप पुस्तिका भरकर शिवम कंस्ट्रक्शन फर्म संचालक अर्पित शर्मा को फर्जी के तरीके से भुगतान करा दिया था। कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने एसडीएम को 21 जुलाई को भेजकर भौतिक सत्यापन कराया था। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम व तहसीलदार ने पटवारी को भेजकर इस मामले में कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया था।
4.50 करोड़ रुपए के भुगतान की फाइलें गायब-
नगर पालिका में हुए घोटाले में शिकयत के बाद ठेकेदार के खिलाफ गंभीर आर्थिक गड़बड़ी की जांच चल रही है। जांच में सामने आया है कि नगर पालिका में करोड़ों रुपए के भुगतान कई फाइलें गायब हैं। इस ठेकेदार के खिलाफ पहले से 7 आपराधिक मामले लंबित हैं।
फरार ठेकेदार पर 10 हजार का ईनाम था-
बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए ठेकेदार ने हाईकोर्ट ग्वालियर में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया लेकिन यहां पर यह जमानत आवेदन खारिज हो गया। हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के बाद गुपचुप तरीके से संबंधित आरोपी ठेकेदार ने सोमवार को न्यायालय में सरेंडर कर दिया। कोतवाली में मामला कायम होने के बाद इस केस की जांच कर रहे कोलारस एसडीओपी संजय मिश्रा ने बताया कि फरार ठेकेदार द्वारा शिवपुरी कोर्ट में सरेंडर किए जाने की सूचना के बाद हमने कोर्ट पहुंचकर इस आरोपी को दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। पूछताछ करके 18 सितंबर को कोर्ट में पेश करेंगे।
कलेक्टर ने भेजा था जांच प्रतिवेदन, 3 सीएमओ हुए थे सस्पेंड-
नगर पालिका में घोटाले को लेकर पार्षदों ने इस मामले में कलेक्टर को शिकायत की थी। कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने एडीएम दिनेश शुक्ला को जांच अधिकारी बनाया था। इस मामले में एडीएम ने जब जांच की तो कई घपले और भुगतान संबंधी कई फाईलें गायब मिलीं। इस मामले में कलेक्टर की रिपोर्ट पर नगरीय प्रशासन आयुक्त भोपाल द्वारा द्वारा नगर पालिका में पदस्थ रहे तीन पूर्व सीएमओ इशांक धाकड़, केएस सगर, शैलेष अवस्थी को सस्पेंड किया जा चुका है।