



पार्क अधिकारियों को मुताबिक पहले दिन बाघिन एमटी-4 ने नहीं किया शिकार
अधिकारियों का कहना है कि अभी मादा टाइगर के लिए यह जंगल नया है
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। शिवपुरी के माधव टाइगर रिजर्व में बाघ लाए जाने के बाद बाद मादा बाघ यहां पर जंगल में घूम रही है। पार्क सूत्रों ने बताया है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा छोड़ी गई मादा टाइगर पिछले 24 घंटे में जंगल के 15 किमी के क्षेत्र में भूरा खो से लेकर अन्य स्थानों पर घूमती रही। पार्क प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अभी मादा टाइगर के लिए यह जंगल नया है। वह पहले पूरे क्षेत्र को देखेगी और परखेगी। पार्क प्रबंधन ने इस नई बाघिन को एमटी-4 नाम दिया है इसे पन्ना रिजर्व से लाया गया है।
जंगल को समझ रही है बाघिन-
पार्क के अधिकारियों का कहना है कि अभी मादा टाईगर को जिस क्षेत्र में छोड़ा गया था। वह अभी उसी क्षेत्र में विचरण कर रही रही है। धीरे-धीरे वह जंगल को समझने के बाद अपना स्थायी आशियाना किसी पानी किनारे वाली जगह पर बनाएगी। चंद दिनो में ही एक नर टाइगर भी इसी क्षेत्र में छोड़ने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि मादा टाईगर को शिवपुरी के माधव टाइगर रिजर्व के जंगल में छोड़ा गया तो वह पहले तो कुछ टावर के आसपास रही। इसके बाद फिर उसने जंगल में इधर से उधर घूमना फिरना शुरू किया। सूत्रों की माने तो मादा टाइगर की लोकेशन मंगलवार सुबह भूरा खो के पास मिली।
माधव टाईगर रिजर्व में जल्द आए एक और बाघ
पार्क अधिकारियों का कहना है कि मादा टाइगर के बाद इसी सैलिंग क्लब वाले क्षेत्र में एक नर टाइगर भी छोड़ा जाना है। इसको लेकर पेंच टाइगर रिजर्व प्रबंधन से बात चल रही है। जैसे ही वह नर टाइगर को पकड़ लेंगे तो जल्द ही उसे माधव टाइगर रिजर्व में सैलिंग क्लब के पास छोड़ दिया जाएगा। फिर पार्क में बाघों की संख्या 6 से बढ़कर 7 हो जाएगी। इसके बाद बाघों की संख्या समय के साथ बढ़ेगी।