बाल्मिक बस्ती में सेवा भारती ने बाल्मिक जयंती हर्षोंउल्लास के साथ मनाई गई
शिवपुरी। रंजीत गुप्ता। सेवा भारती के माध्यम से बाल्मिक जयंती हर्षोंउल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर पुरानी शिवपुरी बाल्मिक बस्ती में महर्षि वाल्मीकि जी की आरती कर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया जिसमें दीवान शर्मा जिला सेवा प्रमुख, उत्तम सिंह कुशवाह सेवा भारती जिला उपाध्यक्ष, शैलेश जी विरमानी सेवा भारती नगर अध्यक्ष, अर्जुन सिंह दांगी सेवा भारती विभाग समन्वयक की उपस्थिति में यह कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
बस्ती के कार्यकर्ताओं ने सभी का तिलक लगाकर स्वागत किया इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता उत्तम सिंह कुशवाहा ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारी सनातन परंपरा रही है कि जहां कर्म से भाग्य बदलते श्रम निष्ठा कल्याणी है की भाव को महर्षि वाल्मीकि जी ने अपने जीवन में धारण करते हुए अपने जीवन में ऐसा परिवर्तन लाया कि वह डाकू रत्नाकर से महर्षि बन गए और कहां गया बाल्मिक भये ब्रह्म समाना उन्होंने आज पूरे समाज को रामायण जैसा ग्रंथ हम सभी को दिया। जो चिर पुरातन काल से मानव जीवन कैसा हो इस पर हमारा मार्गदर्शन करता है। साथ ही उन्होंने सेवा भारती के चल रहे संस्कार केंद्र को समाज के लिए समाज के द्वारा किए जा रहे कार्य से जोड़ा जिसके माध्यम से आने वाली पीढ़ी को संस्कारित शिक्षा एवं स्वास्थ्य की जानकारी दी जा रही है।
इसके बाद जिला सेवा प्रमुख श्री दीवान ने कहा कि हम सभी को अपने जीवन में महर्षि जी के जीवन से शिक्षा लेकर आगे बढ़ना चाहिए और अपने समाज को देश के लिए समर्पित होना चाहिए तथा उन्होंने नर सेवा नारायण सेवा को लेकर किया जा रहे सेवा कार्यों की चर्चा हम सभी के बीच में की जिसके पश्चात शरद पूर्णिमा के अवसर पर बस्ती के सभी सदस्यों ने प्रसाद ग्रहण किया जिसमें बस्ती के लगभग १०० महिला पुरुष बच्चे उपस्थित रहे। इसी क्रम में सेवा भारती के द्वारा करैरा में एक संस्कार केंद्र का उद्घाटन किया गया जिसमें हमारे नन्हे मुन्ने बच्चे संस्कारित शिक्षा लेकर आगे बढ़ेंगे और एक राष्ट्र भक्त नागरिक बनेंगे करेरा में समाज के विभिन्न दायित्व कार्यकर्ता उपस्थित रहे जिसमें विनीत, राजेश, सुनील, जितेंद्र, पवन तथा अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।