शिकायत कर्ता ने सुनाई ब्याज खोरी की कहानी
अनूपपुर। सूदखोरी के मामले में गिरफ्तार हुए मनीष गुप्ता उर्फ मालू की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं आलम यह है कि आए दिन अब पुलिस को नई नई शिकायते मिल रही है जिसमें मनीष मालू के ब्याज खोरी और सूदखोरी से पीड़ित व्यक्ति के अलावा अब इस अपराध को अंजाम दे रहे आरोपी के नौकर ने मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक को इस मामले की शिकायत की है।
शिकायत कर्ता राकेश विश्वकर्मा पिता स्व० गोविन्द प्रसाँद विश्वकर्मा निवासी ग्राम कोंड़ा निवासी ने एसपी को दिए शिकायत पत्र में बताया है मनीष कुमार मालू के द्वारा घरेलू काम करने के लिये अपने घर में विगत 02 मांह से काम पर रखा था जिसमें पगार प्रतिमाह 06 हजार रूपये देना तय हुआ था जिस पर प्रार्थी अपना काम प्रतिदिन सुबह 08 बजे से आकर शाम 07 बजे तक करके अपने घर जाता था।
आरोपी मनीष कुमार मालू पिता प्रदीप मालू निवासी वार्ड नं0-14 अनूपपुर के द्वारा अपने घरेलू काम कराने के बहाने से गलत कार्यों में संलिप्त कराया गया।
मनीष कुमार मालू ने विगत 02 मांह में अपना एटीएम बताकर प्रार्थी से कई बार पैसा निकालने आईसीआईसीआई बैंक व यूनियन बैंक एटीएम ले जाकर पैसा निकलवाया और अपने पास पैसा रखकर घर वापस ले जाता था मेरे पूछने पर भी मनीष कुमार मालू कहता था कि मेरा एटीएम है और मेरा ही खाता है जिस पर प्रार्थी विश्वास करके उसके बताये अनुसार एटीएम से पैसा निकाल देता था प्रार्थी को अभी कुछ दिन पूर्व पता चला कि मनीष कुमार मालू ने उक्त ए०टी०एम० से निकाले गये पैसे को ब्याज के रूप में वसूलता था और अपने पास दूसरे का एटीएम रखा हुआ था।
अभी कुछ दिन पूर्व मनीष मालू के विरूद्ध कोतवाली अनूपपुर में चैनसिंह निवासी पसला के द्वारा सूदखोरी का शिकायत किया गया था जिस पर मनीष मालू ने मुझे चैनसिंह का ए०टी०एम० जो भारतीय स्टेट बैंक का था उसे देने मनीष मालू मुझे चैनसिंह के पास पसला उसके द्वारा लेकर गया था और बाहर मनीष मालू खड़ा होकर प्रार्थी को घर के अन्दर भेज दिया।
प्रार्थी जैसे ही चैनसिंह के घर अंदर जाकर एटीएम जेब से निकालकर देने लगा तो चैनसिंह के द्वारा एटीएम लेने से इंकार कर दिया गया, तब एटीएम अपने जेब में रखकर बाहर जाकर मनीष मालू को बताया तो मनीष मालू ने प्रार्थी से ए०टी०एम० लेकर अपने पास रख लिया और चैनसिंह को गाली-गलौज करते हुये मोटरसाइकल से अनूपपुर आ गये।
प्रार्थी को अपने साथ मनीष मालू अपने घर लाकर चैनसिंह का खाली चेक लाया और दो जगह प्रार्थी से हस्ताक्षर करवाया उसके बाद कोरा कागज में हस्ताक्षर कराकर धमकी दिया कि यदि मेरे खिलाफ कुछ बोलोंगे तो मैं यह कागज पुलिस को दे दूंगा तुम्हारे खिलाफ मुकदमा बनवाकर झूठा फसवा दूंगा तुम कहीं के न रह जाओगे इस तरह प्रार्थी के साथ झूठे-झूठे काम करवा लेता है और प्रार्थी को अपने साथ फसा देता है जबकि प्रार्थी गांव का रहने वाला है मनीष मालू की चालबाजी और जालसाझी को नही समझ सका, जिस कारण प्रार्थी के विरूद्ध भी थाना में कार्यवाही की गई है प्रार्थी ने कोई गलत काम नही किया है मनीष कुमार मालू के द्वारा झांसे में लेकर ऐसा कृत्य करवाया है जिसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही किया जाना आवश्यक है।
जब मनीष कुमार मालू के घर काम करता था उस समय निर्भय शर्मा भी आकर घण्टों बैठकर वार्तालाप करते थे और प्रार्थी को ऐसा लगता था कि ये लोग किसी का चेक फर्जी बनवाकर और फर्जी हस्ताक्षार कर उसे बाउंस कराकर न्यायालय से पैसा वसूलने की बात करते थे जिस कारण प्रार्थी को काफी डर था कि कहीं किसी मामले में मुझे न फंसा दें, जिस कारण से प्रार्थी अपना मेहनत का पैसा मांग कर रहा था लेकिन मनीष मालू पैसा नही दे रहा था और जबरन प्रार्थी से एटीएम ले जाकर पैसा निकलवाता था।