नगर परिषद के कार्यों में उत्पन्न हो रही बाधा- पार्वती सिंह उइके
अमरकंटक/ श्रवण उपाध्याय। मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली / पवित्र नगरी अमरकंटक मध्य प्रदेश का प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल है । पवित्र नगरी की नगर परिषद अमरकंटक इन दिनों प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी और प्रभारी उपयंत्री के भरोसे चल रही है । इन कारणों से अमरकंटक नगर का विकास कार्य काफी ज्यादा प्रभावित एवं बाधित हो रहा है ।
प्रभारियो के भरोसे चल रहा अमरकंटक नगर परिषद कार्यालय ।
अमरकंटक मध्य प्रदेश का एक प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल है । पवित्र नगरी के नगर परिषद में दोनो मुख्य पदाधिकारियों की कुर्सी प्रभारियों के भरोसे से चल रही है । इससे अमरकंटक नगर का विकास कार्य काफी प्रभावित एवं बाधित हो रहा है । उल्लेखनीय है कि विगत जून माह से पवित्र नगरी अमरकंटक के नगर परिषद कार्यालय मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं उपयंत्री में स्थाई रूप से ना रहने के कारण बहुत सारी समस्याएं उत्पन्न हो रही है । प्राप्त जानकारी के अनुसार चैन सिंह परस्ते 10 मार्च 21 को नगर परिषद शहपुरा जिला डिंडोरी से स्थानांतरित होकर नगर परिषद अमरकंटक आए थे तथा वे विगत 18 जून 24 को राज्य शासन ने स्थानांतरित करते हुए उन्हें मुख्य नगर पालिका अधिकारी बनगवा नगर परिषद में स्थांतरण कर दिया गया उसके बाद भूपेंद्र सिंह बघेल मुख्य नगर पालिका अधिकारी जैतहरी को अमरकंटक नगर परिषद का प्रभारी सीएमओ बना कर कार्यभार सौंप दिया गया । इसी तरह देवल सिंह बघेल 8 दिसंबर 21 को नगर पालिका परिषद उमरिया से स्थानांतरित होकर नगर परिषद अमरकंटक में कार्यभार ग्रहण किया तथा 10 जून 24 को उन्हें भी अमरकंटक नगर परिषद से स्थानांतरित कर नगर परिषद बिजुरी में कार्यभार ग्रहण किया है । तभी से अमरकंटक नगर परिषद मे मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवम् उपयंत्री स्थाई तौर पर न होकर प्रभारी अधिकारियों से काम चल रहा है । चैन सिंह परस्ते मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं देवल सिंह उपयंत्री लगभग ढाई वर्षो तक अमरकंटक में अपनी सेवाएं देते रहे हैं । देवल सिंह उपयंत्री नगर परिषद बिजुरी के साथ-साथ अमरकंटक नगर परिषद का भी कार्य प्रभारी के रूप में देख रहे हैं । राज्य शासन के द्वारा स्थानांतरित किए जाने से अब नगर परिषद अमरकंटक में स्थाई तौर पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं उपयंत्री के न होने से अमरकंटक नगर का विकास कार्य एवं शासकीय कामकाज पूरी तरह से बाधित हो रहे है । गौरतलब है कि अमरकंटक नगर में आए दिन पर्यटक , तीर्थ यात्रियों की भीड़भाड़ होती रहती है तथा आम जनता भी कार्यालय में किसी काम से जाते हैं तो अधिकारी न होने से उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ता है । दोनों ही प्रभारी पदाधिकारी सप्ताह में मात्र एक-दो दिनों के लिए ही आते हैं साथ ही अमरकंटक नगर में आए दिन अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों राजनेताओं का आना-जाना लगा रहता है । अमरकंटक नगर की स्थिति अन्य नगर परिषद से पूर्णतया भिन्न है । अमरकंटक नगर परिषद को अपने कार्य के अलावा मंदिर एवं अन्य कामकाज भी देखना होता है । स्थाई अधिकारियों के न होने से अमरकंटक नगर का विकास कार्य प्रभावित हो रहा है ।
अमरकंटक नगर परिषद की अध्यक्ष श्रीमती पार्वती सिंह ने बताया कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं उपयंत्री के स्थाई न होने से हमें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है । बहुत से शासकीय काम नहीं हो पाते हैं । हमने जिला कलेक्टर महोदय जी को इस संबंध में एक पत्र देकर अवगत कराया है की नगर परिषद अमरकंटक को स्थाई एवं नियमित मुख्य नगर पालिका अधिकारी तथा उपयंत्री दिया जाए ताकि अमरकंटक का समुचित समग्र विकास समय पर सामान्य रूप से किया जा सके ।