June 1, 2023 5:19 pm

अनूपपुर, पहले का सट्टा किंग अब का अध्यक्ष, छवि सुधारने ज्ञापन जैसे ढकोसला कर रहा यशवंत

Traffictail

ज्ञापन देने के 26 दिन बाद भी नहीं हुई कार्यवाही, ज्ञापन देकर भूले माननीय

राजनगर नगर परिषद की कमान सट्टा किंग के हाथों में जाते ही क्षेत्र पर अपराध का बोलबाला हो गया था। समाचार पत्रों में जुआ सट्टा कारोबार को लेकर लगातार खबरें प्रकाशित हो रही थी जिस पर अध्यक्ष के संरक्षण की बात सामने आ रही थी अपने आप को पाक साफ बताने के लिए पहले तो अध्यक्ष ने सट्टा जुआ कबाड़ बंद करने के लिए ज्ञापन सौंपकर हफ्ते भर में कार्यवाही की मांग की, ज्ञापन में दिए गए समय बीत जाने के बाद अब चुप्पी साध कर बैठ गए हैं जो कि साफ तौर पर संरक्षण देने की ओर इशारा कर रहा है।
अनूपपुर। जिले के रामनगर थाना अंतर्गत इन दिनों जमकर अवैध कार्यों को संरक्षण देने का काम राजनगर के ही जनप्रतिनिधि कर रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण पूर्व में नगर परिषद बनगवा के अध्यक्ष यशवंत सिंह के द्वारा 5 फरवरी को रामनगर थाने में अवैध कार्यों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा था जिसमें समस्त अवैध कार्यों को 1 सप्ताह के अंदर बंद कराने का अल्टीमेटम रामनगर थाना प्रभारी को दिया गया था जिसके बाद अभी तक रामनगर पुलिस के द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई लेकिन ज्ञापन देने के लगभग 26 दिन बीत चुके हैं लेकिन अध्यक्ष की आगे की कोई पहल नजर नहीं आ रही है और ना ही रामनगर पुलिस द्वारा अब तक कोई कठोर कार्रवाई की गई है इससे यह साफ पता चलता है कि या तो भाजपा के नगर परिषद अध्यक्ष ज्ञापन देकर या तो अपना समय बर्बाद कर रहे हैं या पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं यह तो नगर की जनता भली-भांति जानती है लेकिन यह बात तो साफ है कि पूर्व में भी या फिर यूं कहें कि लगातार अखबारों में प्रकाशित खबरों से बौखला कर नगर परिषद के अध्यक्ष ने एक ज्ञापन देकर अपने आपको पार्क साहब नगर की जनता को बता रहे हैं या यूं कहें कि खबर के बाद इस तरह से हो रहे अवैध कार्यों पर नगर परिषद के अध्यक्ष थाने के बाहर धरने पर बैठेंगे यह तो समय ही बताएगा।
अध्यक्ष के ऊपर दर्ज है आधा दर्जन सट्टे के मामले
बनगवां नगर परिषद के अध्यक्ष भले ही सफेद कलर जनप्रतिनिधि बन अपने आप को पाक साफ बता रहे हो लेकिन सच्चाई तो यह है कि बीते हुए अतीत में यशवंत को राजनगर का सट्टा किंग कहा जाता था। राजनगर सहित अनूपपुर जिले के थानों में भी आधा दर्जन से अधिक मामले सट्टा पट्टी काटने के यशवंत के ऊपर दर्ज हैं। भले ही यशवंत अपने आप को पाक साफ बता रहे हो लेकिन यह तो जनता जानती है कि सट्टा जुआ को संरक्षण देने का कार्य सदैव यशवंत का रहा है। दर्जनभर अपराधों में सबसे ज्यादा सट्टा पर्ची काटने का मामला रामनगर थाने में दर्ज है जिसमें अपराध क्रमांक 60/05, धारा 4क सट्टा एक्ट, अपराध क्रमांक 523 ध्13 अंतर्गत धारा 4 क सट्टा एक्ट, अपराध क्रमांक 499/14 में धारा 13 जुआ एक्ट, अपराध क्रमांक 8/15 में धारा 151 जा.फौ., अपराध क्रमांक 79/19 में धारा 13 जुआ एक्ट के साथ, अपराध क्रमांक 212ध् 20 में धारा 4 क सट्टा जुआ एक्ट और अपराध क्रमांक 15/20 में धारा क्रमांक 110 जा.फौ. के तहत आधा दर्जन से ज्यादा सट्टा और जुआ के मामला पंजीबद्ध हैं।
पहले का सट्टा किंग पार्षदों की मेहरबानी से बना अध्यक्ष
भले ही यशवंत अब सट्टा के कारोबार में संलिप्त ना हो लेकिन पुराने मामले तो यह सिद्ध करते हैं कि अध्यक्ष बनने के पूर्व यशवंत राज नगर में सट्टे का कारोबार जोरों पर करता था। ष्ष्बंदर भले ही बूढ़ा हो जाए पर वह गुलाटी मारना नहीं छोड़ताष्ष् जैसी कहावत राजनगर बनगवां में चरितार्थ हो रही है। वर्तमान में सट्टा किंग रहे यशवंत अब नगर परिषद में अध्यक्ष बन चुके हैं भले ही खुद ना काम कर रहे हो लेकिन अध्यक्ष के गुर्गे इन दिनों बनगवां नगर परिषद अंतर्गत जोरो से सट्टा का कारोबार कर रहे हैं। वही स्वयं अध्यक्ष जसवंत सिंह थाने में जाकर ज्ञापन देते हैं और 7 दिन के अंदर कार्यवाही की मांग करते हैं कार्यवाही ना होने पर अनशन आंदोलन की बात कर अपने ही बातों को भूल जाते हैं 26 दिन बीत गए लेकिन किसी प्रकार की कार्यवाही पुलिस ने नहीं की और माननीय भी अपने ज्ञापन को देखकर भूल गए हैं।
गली, मोहल्ले, चैराहे में गुर्गे कर रहे अवैध कारोबार
कोयलांचल क्षेत्र में नवगठित नगर परिषद बनगवां में सट्ट, जुआ और कबाड़ जैसे अवैध व्यवसाय फलफूल रहे हैं। सट्टे के खेल में सफेदपोश नेताओं का नाम भी सामने आता रहा है। बावजूद इसके अब तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई। 5 फरवरी को नगर परिषद अध्यक्ष यशवंत सिंह ने थाना प्रभारी को ज्ञापन भी सौंपा था जिसमें उन्होंने उलेखित किया था कि थाना अंतर्गत सट्टा, गांजा, शराब की अवैध पैकारी और कबाड़ तथा कोयले की चोरी व्यापक पैमाने पर की जा रही है। जबकि एक अखबार में चर्चा के दौरान नगर परिषद के अध्यक्ष यशवंत सिंह के द्वारा यह कहा गया था कि मैं पूर्व में इन सब कामों कामों पर शामिल था लेकिन अब मैं ऐसा कोई भी कार्य नहीं करता हूं।
कोरा साबित हुआ ज्ञापन
ज्ञापन सौंपकर नगर परिषद के अध्यक्ष यशवंत सिंह ने 5 फरवरी को जमकर वाहवाही लूटी थी। 26 दिन से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी अब तक कोयलांचल क्षेत्र में अवैध गतिविधियों पर अंकुश नहीं लग पाया है। पूर्व की भांति कबाड़ चोरी हो रही है वही गली और चैराहे में सट्टे की पर्चियां कट रही है। समय सीमा बीत जाने के बाद भी किसी भी तरह की कार्यवाही नहीं होने पर नगर परिषद के अध्यक्ष मौन धारण किए हुए हैं जो उनके ज्ञापन पर ही सवालिया निशान खड़े कर रहा है।

Leave a Comment

क्या वोटर कार्ड को आधार से जोड़ने का फैसला सही है?
  • Add your answer