झारखंड के चावल को अनूपपुर में खपाने की तैयारी, भंडारण में नहीं मिला डीओ की धान

जांच के बाद मैनेजमेंट के लिए अधिकारी कर्मचारियों के दरवाजे भटक रहा मिलर
इन्ट्रो:- धान खरीदी के बाद धान उठाओ का कार्य मिलरों ने तेजी से किया, जिले भर में रिकार्ड 9 लाख क्विंटल से ज्यादा की धान उठाओ कर ली गई। जिसके बाद मिलरों द्वारा मिलिंग कर चावल जमा करने की बारी आई, तब मिलरो द्वारा कूट रचित तरीके से जनता को पुराने चावल परोसने की तैयारी की गई थी और नीति विरुद्ध तरीके से मीलिंग करने की भी शिकायत जिला कलेक्टर अनूपपुर से की गई जिस पर कलेक्टर देवगंवा स्थित महालक्ष्मी सारट्रेक्स राइस मिल में टीम बनाकर जांच के लिए भेजी गई, जांच टीम ने जांच कर कलेक्टर को चार्ज रिपोर्ट तैयार कर सौंपने की बात कही है।
अनूपपुर। अनूपपुर जिले के ग्राम देवगंवा पर स्थित महालक्ष्मी सारटेक्स राइस मिल में चावल और धान की उठाओ तथा सप्लाई में अनियमितता की बात सामने रही थी, जिसकी शिकायत कलेक्टर के पास की गई थी ।जिसके बाद कलेक्टर ने राइस मिल में जांच के आदेश दिए थे जहां एसडीएम कमलेश पुरी के साथ सीमा सिन्हा खाद विभाग, तहसीलदार भागीरथी लहरे जांच के लिए पहुंचे थे जहां मिल में स्थित लाटों की जांच और गिनती की गई। जिसके बाद कलेक्टर को रिपोर्ट प्रस्तुत करने की बात अधिकारी कर्मचारियों ने कही।
20 से ज्यादा लॉट चावल की हो सकती है अनिमितता
जब अनूपपुर से जांच की टीम देवगंवा स्थित महालक्ष्मी राइस मिल पहुंची जहां लाटो की गिनती की गई तो पाया गया कि मिल के पास भंडारित की गई धान में से 29 हजार 185 बोरी धान, 4 हजार 500 बोरी चावल और लगभग 1 हजार बोरी किनकी मिल में पाई गई है। महालक्ष्मी राइस मिल को 220 लाट धान का आर्डर हुआ था। जिस पर 156 लॉट लगभग डियो जारी हुआ था, जिस पर 120 लाट चावल नॉन विभाग के अनुसार जमा किया हुआ दिखाया जा रहा है जिस पर बताया गया कि सिर्फ 100 लॉट चावल ही मिलर द्वारा जमा किया गया है। जिसमें से लगभग 20 लॉट चावल अनियमितता के घेरे में आ रहा है। वही मिल पर स्थित किनकी भी मिलर की कहलाएगी जोकि मेल में स्थित लॉट से कम मानी जाएगी, इस तरह मिलर द्वारा खाद्यान्न और नान विभाग से अनियमितता करते हुए नियम विरुद्ध तरीके से मिलिंग कर शासन को नुकसान पहुंचाने का कार्य किया है।
डीओ का धान नहीं मिल रहा भंडारण में
जितने डियो विभाग द्वारा महालक्ष्मी राइस मिल को जारी किए गए थे। उतने धान का भंडारण राइस मिल पर नहीं पाया गया है, विभागीय जांच में कलेक्टर तक रिपोर्ट सोमवार को सौंपी जाएगी। लेकिन जांच में अब तक जो स्थिति स्पष्ट हुई है उसमें तो यह स्पष्ट हो गया है कि महालक्ष्मी राइस मिल द्वारा धान के उठाओ और चावल जमा करने में नियम विरुद्ध तरीके से अनियमितता को अंजाम दिया गया है जिस पर कई टन धान गायब होने की संभावना बन रही है अगर जांच की रिपोर्ट स्थिति को स्पष्ट करती है तो मामला साफ होकर बड़े घोटाले का पर्दाफाश कर सकता है। क्या पूरे मामले को लेकर अगर अनियमितता से दो होती है तो मिलर के ऊपर मामला पंजीबद्ध किया जाएगा या फिर पुराने मामलों की तरह यह भी फाइल पेंडिंग में पड़ जाएगी।
झारखंड के पुराने चावल को खपाने की तैयारी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अनूपपुर के मिलरों द्वारा अनूपपुर की जनता को झारखंड से पुराने चावल को ट्रांसपोर्ट कर अनियमितता को छुपाने के लिए झारखंड के चावल को खपाने की तैयारी में जुटा हुआ है। जांच में धान के उठाओ और चावल जमा करने के बीच जो अंतर आ रहा है उस अंतर की भरपाई करने के लिए मिल रोने झारखंड से पुराने चावल को मंगा कर क्षेत्रों में कई गोदाम पर स्टोर करके रखा है। अगर जांच टीम द्वारा जांच की हुई रिपोर्ट में सत्यता हुई और रिपोर्ट सूत्रों और अनुमानों के अनुसार सही बैठती है तो बड़े मामले का खुलासा हो सकता है।
एजऑफराइस की एफसीआई से होनी चाहिए जांच
चावल की गुणवत्ता और उसकी उम्र के लिए एफसीआई से जांच किया जाना चाहिए। महालक्ष्मी राइस मिल में जांच टीम द्वारा मीलिंग किए हुए राइस के सैंपल कलेक्ट कर चावल की उम्र की जांच कराई जानी चाहिए। वही फोर्टीफाइड चावल को भी एफसीआई के माध्यम से जांच कराकर उसकी गुणवत्ता और उसकी उम्र की जांच की जानी चाहिए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महालक्ष्मी राइस मिल पर फोर्टीफाइड चावल मिक्स करने की मशीन उपलब्ध नहीं है उसकी भी जांच जांच टीम के द्वारा की जानी चाहिए थी। सवाल उठता है कि अब जब जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट बना ली है तो मिलर द्वारा अनूपपुर पहुंचकर कर्मचारी अधिकारियों के दरवाजे के चक्कर क्यों काट रहा है क्या मिलर द्वारा किए गए अनियमितता को छुपाने के लिए सांठगांठ कर जांच रिपोर्ट बदलने की तैयारी में लगे हुए हैं, या फिर जांच रिपोर्ट पर हेराफेरी कर मामले को रफा-दफा करने की तैयारी कर रहे हैं।
इनका कहना है।
कलेक्टर द्वारा जो जानकारी मांगी गई थी वह उपलब्ध करा दिया गया है।
मधुर खरद
प्रबंधक नागरिक आपूर्ति अधिकारी