- 10 से 12 हथियारबंद बदमाशों ने सीआईएसफ के जवानों पर किया हमला हुए गंभीर रूप से घायल।
उमरिया – जिले के पाली अंतर्गत बिरसिंहपुर के बंद कोयला खदानों में सीआईएसएफ के जवान अपनी जान को हथेली में रखकर ड्यूटी कर रहे हैं। यहां चोर आते हैं और यहां से चोरी करके सामान ले जाते हैं और जब ये जवान इन्हें रोकने का प्रयास करते हैं तो इन पर हमला हो जाता है। यह घटना कोई पहली बार नहीं है इससे पहले भी इस प्रकार की घटनाएं हो चुकी थी जिसकी शिकायत जवानों ने थाने में दी थी तथा अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी थी लेकिन फिर भी वरिष्ठ अधिकारी व थाने के कर्मचारी कोई सुनवाई नहीं करते हैं।
हालांकि आज यह पूरा मामला सीआईएसएफ के जवानों के घायल होने के बाद अब सबके सामने प्रकाश में आया है। जिसमें संजीव लोधी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं साथ में अंकित जाट की हालत ज्यादा गंभीर है जिन्हें उपचार के लिए शहडोल जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है।
पहले भी हो चुकी है कई वारदातें
वहीं संजीव लोधी बताते हैं कि इससे पहले भी हमने कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी है कि इस प्रकार चोर हम पर हमला करते हैं लेकिन फिर भी वरिष्ठ अधिकारी कोई भी कार्यवाही नहीं करते हैं हमें मरने के लिए यहां अकेला छोड़ देते हैं। इसके अलावा थाने में भी कई बार सीआईएसएफ के जवानों के द्वारा सूचना दी गई है लेकिन थाने के अधिकारी कर्मचारी भी उनकी बातों को अनसुना कर देते हैं।
सवाल तो यह उठता है कि आखिर इन वारदातों का जवाबदार कौन है प्रशासन और उच्च अधिकारी अगर अपने कर्मचारियों की रक्षा नहीं करेंगे तो कौन इनकी रक्षा करेगा यह तो सिर्फ आज एक कर्मचारी कह रहा है लेकिन यह सब के कानों में एक बात जरूर आती है कि इस प्रकार की आखिर वारदातें कब और कैसे रुकेंगे।
बहरहाल घटना की जानकारी लगते ही सब एरिया मैनेजर के साथ थाना प्रभारी आर के धारिया स्वास्थ्य केंद्र पर पहुचे कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दिए हैं अब तो आने वाला समय ही बताएगा कि हमलावर पकड़े जाते हैं या हर बार की भांति तलास ही जारी रहेगी।
सुरेन्द्र त्रिपाठी
उमरिया