September 25, 2023 10:12 pm

प्रशासन ने सुलझाया पानी टंकी का विवाद ग्रामीणों ने दिया धन्यवाद

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चयनित जगह पर बनेगी पानी टंकी, सैंकड़ों ग्रामीणों को मिलेगा  लाभ

जल जीवन मिषन के तहत देष भर में घर-घर तक पानी पहुंचाने को लेकर केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा नलजल योजना की शुरूआत की गई है। जिसके तहत गांव-गांव, घर-घर पानी पहुंच सके। इसी योजना के तहत जिले के कई ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों को पानी भी मिलने लगा है और लोग योजना का लाभ पाकर काफी खुष भी हैं तो कई जगहों पर आज भी लोगों तक इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिसको लेकर जिला प्रषासन लगातार प्रयास कर रही है।

अनूपपुर। जिला मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत परसवार के ग्राम मौहरी में भी नलजल योजना का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था। जिस पर गांव के कुछ लोगों द्वारा आपत्ति जताते हुये विवाद किया गया और उसकी षिकायत की गई। जबकि पानी टंकी निर्माण का कार्य ठेकेदार द्वारा उपसरपंच व ग्रामीणों की सहमति से स्थल चयन के बाद शुरू किया गया था। लेकिन गांव के ही कुछ लोगों द्वारा कार्य पर आपत्ति जताते हुये निर्माण कार्य में रोक लगाने के लिये कलेक्टर से षिकायत की थी। वहीं निर्माण कार्य पर रोक लगने से नाराज उपसरंपच व गांव के सैंकड़ों ग्रामीणों द्वारा भी कलेक्टर से षिकायत की गई और पानी टंकी निर्माण कार्य उत्पन्न समस्या के निराकरण की गुहार लगाई।

योजना का सैंकड़ों परिवारों को मिलेगा लाभ
जल जीवन मिषन के तहत ग्राम मौहरी में बन रहे पानी टंकी निर्माण से गांव में निवासरत सैंकड़ों आदिवासी, हरिजन, ओबीसी समेत सामान्य वर्ग के परिवार को लाभ मिलेगा। गांव में अभी भी सैंकड़ों ऐसे परिवार हैं जिनके पास पानी की स्थायी व्यवस्था नहीं है वह आज भी हैंडपंप के सहारे अपना जीवन जी रहे हैं। अब नलजल योजना से प्रत्येक वर्ग के ग्रामीणों के घरों तक पानी मिल सकेगा। गांव में वर्षों से निवासरत ग्रामीणों ने बताया कि इस योजना से अब हमें जल संकट से नहीं जूझना पड़ेगा।
शिकायत के बाद प्रषासन ने सुनी समस्या
पानी टंकी विवाद को लेकर ग्राम मौहरी के दोनो पक्षों द्वारा 1 अगस्त को जनसुनवाई में कलेक्टर के पास षिकायत की गई थी जिसके पश्चात जिला प्रषासन ने दोनो ही पक्षों की समस्या सुनी। इसके पश्चात जिला प्रषासन की टीम तहसीलदार गौरीषंकर शर्मा, एसडीओ पीएचई नीलिमा सिंह, आरआई ज्वाला प्रसाद साकेत, पटवारी राजीव सिंह एवं रूपनारायण प्रजापति मौके पर पहुंचकर निरीक्षण करते हुये उपसरपंच व ग्रामीणों द्वारा चयन किये गये स्थल को सही ठहराया और सुरक्षा और सुविधा की दृष्टि से बाउंड्रीवाल के अंदर ही पानी टंकी निर्माण कार्य की अनुमति प्रदान की गई।
गांव की एकता को तोड़ने का किया गया प्रयास
ग्राम मौहरी में निर्माणाधीन पानी टंकी को लेकर शुरू से ही वर्ग विषेष के द्वारा इस बात का दबाव बनाने का प्रयास किया गया कि निर्माण कार्य में उसकी भी सहभागिता जरूरी है और गांव के कुछ लोगों को गुमराह कर पानी टंकी निर्माण कार्य का विरोध किया गया और सरपंच पति के साथ मिलकर गांव की एकता को तोड़ने का प्रयास किया गया। लेकिन दूसरे वर्ग के द्वारा स्थल चयन और पानी टंकी निर्माण को लेकर अपनी बातों पर अड़े रहे जिस पर प्रषासन की पहल पर चयनित स्थल पर ही पानी टंकी को बनाये जाने की सहमति बनी। इस तरह से अलग-अलग वर्गों के लोगों को तोड़ने का काम आज भी कुछ लोग कर रहे हैं ताकि उनकी राजनीति और व्यापार फलफूल सके। लेकिन ग्राम मौहरी में अंततः गांव के वरिष्ठ जनों की एकता से दूसरे पक्ष को मुह की खानी पड़ी।
प्रषासन के फैसले से खुश हुये ग्रामीण
पानी टंकी विवाद को लेकर ग्राम मौहरी के दोनो पक्षों द्वारा जनसुनवाई में कलेक्टर के पास षिकायत की गई थी जिसके पष्चात जिला प्रषासन ने मौके पर पटवारी को भेजकर मौका निरीक्षण कराया गया लेकिन विवाद खत्म न होने के कारण जिला प्रषासन द्वारा 19 अगस्त को तहसीलदार, एसडीओ पीएचई, आरआई, पटवारी को भेजकर मौका निरीक्षण कर विवाद सुलझाया गया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों द्वारा दोनो पक्षों से चर्चा करते हुये आपसी सहमति कराकर चयनित स्थल पर पानी टंकी निर्माण के आदेष दिये गये। जिला प्रषासन के इस फैसले से ग्रामीण काफी खुष हैं और उन्होंने जिला प्रषासन व अधिकारियों को धन्यवाद दिया है।
आपसी सहमति से होता है गांव का विकास
ग्राम मौहरी में पानी टंकी विवाद सुलझने के बाद ग्रामीणों में खुषी की लहर है ऐसे में मौके पर पहुंचे अधिकारियों व गांव के उपसरपंच मोले बैगा, वरिष्ठ नागरिक महेन्द्र श्रीवास्तव, कैलाष पटेल, तेरसू बैगा, रामा कोल, टीकम जाटव, सुखीलाल यादव, राजू जाटव एवं समस्त ग्रामीणों ने कहा कि आपसी सहमति से ही गांव का विकास होता है। गांव में किसी भी प्रकार के विवाद व समस्या को आपस में बैठकर ही सुलझाना उचित होता है। गांव के आपसी सहयोग व तालमेल से गांव का पूर्ण विकास होता है।

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