मां शरदा आयुर्वेदिक संस्थान की एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
अनूपपुर। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज को अब अंग्रेजी दवा रास नहीं आ रही है इसी का नतीजा है कि बीते 2 सालों के भीतर आयुर्वेदिक दवाओ पर लोगों का भरोसा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। मौजूदा सरकार भी आयुर्वेदिक दवाओ में भरोसा करते हुए लोगों को सहज व आसानी से उपलब्ध कराने के लिए पहले की अपेक्षा काफी तत्पर नजर आ रही है इसी का नतीजा है की मां शारदा आयुर्वेदिक जैसे संस्थानों के द्वारा दी जा रही दवा से मरीज सेवन कर गंभीर बीमारियों से स्वस्थ हो रहे हैं।
आयुर्वेदिक दवाओं से जुड़ी मां शारदा आयुर्वेदिक संस्थान के द्वारा जिला मुख्यालय में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जहां पर आए मरीजों व उनके सहयोगी को मौके पर ही दबाओ का उपयोग करके बताया गया कि इस दवा में जो गुण मौजूद हैं वह अन्य दवाओं में नहीं। इतना ही नहीं काफी संख्या में मां शारदा संस्थान से जुड़े मरीजों ने स्वास्थ्य लाभ लेते हुए बताया है कि इनकी संस्थाओं से दवाई लेने के बाद हम पहले की अपेक्षा काफी स्वस्थ महसूस कर रहे हैं इतना ही नहीं कुछ गंभीर इलाज में डॉक्टर के द्वारा मना ही करने पर भी कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे व्यक्ति को भी और राहत मिल रही है इसी का नतीजा है कि आज आयुर्वेदिक दवाओं का चलन काफी बढ़ चला है।
एसपीडीपी कंपनी के द्वारा निर्मित की जा रही आयुर्वेदिक दवाओं को मरीजों तक पहुंचाने का बीड़ा राजनगर में संचालित हो रहे मां शारदा आयुर्वेदिक संस्थान के द्वारा किया जा रहा है इस संस्थान के पास आज के समय में लगभग 200 से भी ज्यादा मरीज स्वास्थ्य लाभ लेकर ठीक हो चुके हैं जिसमें अधिकतर मरीज चेहरे की समस्या के अलावा, मोटापा, कैंसर, हार्ड की समस्या
आंखों की समस्या, किडनी की समस्या , सफेद पानी की समस्या, हड्डी, पेट, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की दवा मौजूद है। जिसका उपयोग कर मरीजों को निश्चित समय में ठीक किया गया है जिन्हें बड़े-बड़े अस्पतालों के डॉक्टर के द्वारा मना कर दिया गया था इतना ही नहीं इन दवाओं का उपयोग करने के लिए जो कीमत मरीज चुका रहे हैं उस कीमत से भी मरीज काफी संतुष्ट हैं महज कुछ ही सो रुपए में यह दवाइयां आसानी से मरीजों को उपलब्ध हो रही हैं जिससे वह स्वस्थ होकर अपना जीवन यापन कर रहे है।
आयुर्वेदिक दवा से जुड़ी एसपीडीपी कंपनी के पास आज के समय में दंत मंजन, पाचन चूर्ण ,आंख की दवा के अलावा महामारी, कैंसर, थायराइड, स्क्रीन समस्या के अलावा लगभग एक सैकड़ा से भी अधिक मर्ज की दवा मौजूद है इस दावों का उपयोग कर लोगों को ठीक करने का काम मां शारदा संस्थान के द्वारा लगातार किया जा रहा है।
मां शारदा आयुर्वेदिक संस्थान को अभी मैच 2 साल ही हुए हैं जहां पर उनके संचालक एसपी मिश्रा के द्वारा लगभग 600 मरीज का इलाज कर उन्हें ठीक किया गया है जिसमें अधिकतर मरीज 30 साल से लेकर 70 साल तक के बताए जा रहे हैं एसपीडीपी कंपनी के पास आज के समय में लगभग 200 से भी ज्यादा वह प्रोडक्ट मौजूद है जिन्हें लोग आज भी बराबर इस्तेमाल कर रहे हैं।